मध्यप्रदेश में 17 मई से उत्तरी जिलों में हीटवेव का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, गर्म हवाएं चलेंगी और तापमान में 2-3 डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है। इंदौर और उज्जैन समेत 21 जिलों में बारिश और आंधी की चेतावनी दी गई है, जबकि ग्वालियर और भोपाल में गर्मी जारी रहेगी।
मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलने वाला है। मौसम विभाग ने 17 मई से प्रदेश के उत्तरी जिलों में हीट वेव का अलर्ट जारी किया है, यानी गर्म हवाएं चलेंगी और पारा तेजी से बढ़ेगा। इससे पहले शुक्रवार को इंदौर, उज्जैन समेत 21 जिलों में बारिश और आंधी की चेतावनी जारी की गई है। वहीं, भोपाल और ग्वालियर में गर्मी बनी रहेगी। क्रवार को जिन जिलों में बारिश और आंधी की संभावना है, उनमें शामिल हैं – इंदौर, उज्जैन, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, धार, देवास, खरगोन, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, उमरिया, रीवा और मऊगंज।
तापमान और बारिश का हाल
गुरुवार को सिवनी में 9 घंटे में डेढ़ इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई, जबकि पचमढ़ी में लगभग तीन चौथाई इंच बारिश हुई। उज्जैन, धार, मंडला, टीकमगढ़ सहित कई जिलों में भी बारिश हुई।इधर, खजुराहो में तापमान 43.4 डिग्री, ग्वालियर में 43 डिग्री और भोपाल में 37.3 डिग्री दर्ज किया गया। सबसे कम तापमान पचमढ़ी में 32.2 डिग्री रहा।
मौसम में बदलाव की वजह
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में साइक्लोनिक सर्कुलेशन और टर्फ लाइन सक्रिय है, जिसकी वजह से बारिश और आंधी हो रही है। अगले कुछ दिनों में गर्म हवाओं के साथ तापमान में 2-3 डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है। मई माह में आमतौर पर सबसे ज्यादा गर्मी पड़ती है। लेकिन इस बार पहले पखवाड़े में तेज आंधी, बारिश और ओले गिरे हैं। अब दूसरे पखवाड़े से गर्मी का असर बढ़ेगा। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि कई जिलों में पारा 45 डिग्री से अधिक जा सकता है।
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इन जिलों में सबसे ज्यादा गर्मी की संभावना
ग्वालियर, छतरपुर, निवाड़ी, भिंड, दतिया, खरगोन, बड़वानी, मुरैना, राजगढ़, रायसेन, श्योपुरकलां, शिवपुरी, विदिशा जैसे जिलों में तापमान 45 डिग्री से ऊपर रहने का अनुमान है। खासकर ग्वालियर-चंबल और मालवा-निमाड़ क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। अप्रैल में पूरे महीने तेज गर्मी, आंधी और बारिश का दौर बना रहा। पहले सप्ताह में अधिकतम तापमान 44 डिग्री तक पहुंच गया था। दूसरे सप्ताह में प्रदेश के 80% हिस्सों में बारिश हुई, जबकि तीसरे सप्ताह में तापमान फिर 40 से 44 डिग्री के बीच पहुंच गया। आखिरी सप्ताह में फिर बारिश और ओले गिरे।