मध्य प्रदेश के मंत्री प्रह्लाद पटेल ने जल संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए राज्य की सभी प्रमुख नदियों के उद्गम स्थलों का दौरा करने का संकल्प लिया है। ‘जल गंगा संवर्धन अभियान’ के तहत यह दौरा हो रहा है, जिसका उद्देश्य नदियों, तालाबों और ऐतिहासिक बावड़ियों की सफाई और पुनरुद्धार करना है।
मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री प्रह्लाद पटेल ने सोमवार को राज्य में जल स्रोतों के संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए घोषणा की कि वे राज्य की सभी प्रमुख नदियों के उद्गम स्थलों का दौरा करेंगे। यह दौरा ‘जल गंगा संवर्धन अभियान’ के तहत किया जाएगा, जिसकी शुरुआत 30 मार्च को हुई थी। इस वर्ष यह अभियान तीन महीने—30 जून तक—चलेगा और इसका उद्देश्य न केवल नदियों बल्कि तालाबों, कुओं और ऐतिहासिक बावड़ियों की सफाई व पुनरुद्धार करना है। मंत्री पटेल ने कहा कि उन्होंने पिछली बार 32 नदियों के स्रोतों तक पहुंच बनाई थी, लेकिन इस बार यह उनका संकल्प है कि वे राज्य की सभी नदियों के उद्गम तक जाएंगे।
Live…मुरार की वैशाली (बैंसली) नदी जन अभियान समिति ग्वालियर से जल संरक्षण अभियान को लेकर संवाद https://t.co/3KlwPGRVk2
— Prahlad Singh Patel ( वृक्ष से जल, जल से जीवन) (@prahladspatel) May 5, 2025
जल स्रोतों की भूमि
पटेल ने बताया कि मध्य प्रदेश में देश के किसी भी अन्य राज्य की तुलना में सबसे अधिक नदी स्रोत हैं। राज्य में गंगा, नर्मदा और गोदावरी नदी बेसिन स्थित हैं। “हम हिमालय के पास नहीं हैं, इसलिए हमें अपने जल स्रोतों का विशेष ध्यान रखना चाहिए,” उन्होंने कहा।
भोपाल यौन उत्पीड़न प्रकरण पर सरकार सख्त
भोपाल में छात्राओं के साथ हुए कथित यौन उत्पीड़न और ब्लैकमेलिंग मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री पटेल ने कहा, “राज्य सरकार सतर्क है और कठोर कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध है। यह एक सामाजिक बीमारी है जिसे पूरी तरह खत्म करना होगा।”
Madhya Pradesh: विदिशा में बारातियों का वाहन पलटा, चार की मौत, CM मोहन यादव ने जताया शोक
NCW की त्वरित कार्रवाई: तीन सदस्यीय जांच समिति गठित
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने इस मामले पर 3 मई को स्वत: संज्ञान लेते हुए तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया, जो शनिवार को भोपाल पहुंची। अब तक 5 पीड़िताओं ने शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर मुख्य आरोपी फरहान सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस गंभीर मामले की जांच के लिए कई विशेष जांच दल (SIT) गठित किए गए हैं।