धूल और कण
वायु में मौजूद धूल और छोटे कण आँखों में प्रवेश कर सकते हैं, जिससे जलन और खुजली होती है
गैसीय प्रदूषक
जैसे कि सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, ये गैसें आँखों को irritate कर सकती हैं
ऑक्सीजन की कमी
प्रदूषण के कारण हवा में ऑक्सीजन की गुणवत्ता खराब हो जाती है, जिससे आँखों में असुविधा हो सकती है
अलर्जेन
धुएं और प्रदूषक कई प्रकार के अलर्जेन का काम करते हैं, जो आँखों में जलन का कारण बनते हैं
वायुमंडलीय नमी
कम नमी वाले वातावरण में आँखें सूख सकती हैं, जिससे जलन का अनुभव होता है
संपर्क लेंस
प्रदूषित वातावरण में संपर्क लेंस पहनने से आँखों में जलन और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है
UV किरणें
सूर्य की हानिकारक UV किरणें प्रदूषण के प्रभाव को बढ़ा सकती हैं, जिससे आँखों की संवेदनशीलता बढ़ती है
दूसरों की आँखों में जलन
जब लोग प्रदूषित स्थानों में एक-दूसरे के पास होते हैं, तो यह जलन फैल सकती है
स्ट्रेस और थकान
प्रदूषण के कारण मानसिक तनाव और शारीरिक थकान भी आँखों में जलन का कारण बन सकती है