कई बार लोग खुद के लिए टॉक्सिक बन जाते हैं। और इसके बारे में उन्हें पता भी नहीं लगता है
आज हम आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बताने वाले हैं, जिन्हें ऑब्जर्व करके आप पता लगा सकते हैं कि कहीं आपके साथ ही तो कुछ दिक्कत नहीं है
खुद की बहुत ज्यादा आलोचना करना, नकारात्मक सोचना और बोलना एक संकेत है। आपको कभी भी खुद के बारे में नेगेटिव नहीं सोचना चाहिए
परफेक्शन के लिए हमेशा काम करना और अपना स्टैंडर्ड बहुत हाई रखने से भी आप कहीं न कहीं खुद को खोने लगते हैं, इससे आप नई चीजें ट्राई नहीं करते हैं, जो गलत है
खुद को प्राथमिकता न देना और हमेशा दूसरों के बारे में सोचना भी गलत है। खुद के लिए टाइम निकालें। खुद को पैम्पर करें
अगर हर काम में दूसरों से वैलिडेशन चाहिए होता है तो बता दें कि ये हेल्दी प्रैक्टिस नहीं है. अगर आप कुछ नहीं कर सकतें तो दूसरों को बेझिझक मना करना सीखें
हमेशा अपनी तुलना दूसरों से न करें
रिलेशनशिप में बाउंड्रीज न सेट न करने का खामियाजा हमें ही भुगतना पड़ता है। क्योंकि लोग सिर्फ आपका फायदा ही उठाते हैं
फेल होने के डर से आप चुनौतियों से डरते हैं। जो आपको आगे बढ़ने से रोकता है। इस डर के चक्कर में अच्छे मौके आपके हाथ से निकल जाते हैं
अगर आप कभी उदास महसूस करें तो दूसरों को दूर न करें। लोग ऐसा उस समय करते हैं जब उन्हें लोगों के जजमेंट या दया दिखाने का डर होता है