डीजीपी को हटाने में जल्दबाजी की जरूरत नहीं थी : उमर अब्दुल्ला - Punjab Kesari
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डीजीपी को हटाने में जल्दबाजी की जरूरत नहीं थी : उमर अब्दुल्ला

उमर अब्दुल्ला ने कहा, महानिदेशक बदलना प्रशासन का विशेष अधिकार है, लेकिन अस्थायी व्यवस्था के तौर पर पुलिस

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को राज्य के पुलिस प्रमुख एस.पी.वैद्य को जल्दबाजी में हटाने पर सवाल उठाया। राज्यपाल प्रशासन के आदेश पर मध्य रात्रि को वैद्य का तबादला आदेश जारी किया गया। वैद्य की जगह पर दिलबाग सिंह को लाए जाने पर उमर ने अपने ट्वीट में कहा, ‘एस.पी.वैद्य को हटाने में जल्दबाजी की जरूरत नहीं थी। स्थायी व्यवस्था किए जाने के बाद उन्हें हटाया जाना चाहिए था।’

दिलबाग सिंह 1987 बैच के जम्मू एवं कश्मीर काडर के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने कहा, ‘नेतृत्व के भ्रम से निपटने के अलावा भी जम्मू एवं कश्मीर पुलिस के पास बहुत सी समस्याएं हैं।’ उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘महानिदेशक बदलना प्रशासन का विशेष अधिकार है, लेकिन अस्थायी व्यवस्था के तौर पर पुलिस महानिदेशक की नियुक्ति क्यों? मौजूदा महानिदेशक नहीं जानते कि वह इस पद पर कब तक बने रहेंगे और अन्य लोग जो उनका स्थान लेना चाहते हैं, इसे पाने की कोशिश करेंगे। इसमें से कुछ भी जम्मू एवं कश्मीर पुलिस के लिए अच्छा नहीं है।’

गुरुवार को देर रात जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि दिलबाग सिंह अपने जम्मू एवं कश्मीर (जेल) महानिदेशक की ड्यूटी के अलावा पुलिस महानिदेशक का प्रभार भी संभालेंगे। वैद्य को यातायात आयुक्त बनाया गया है। एक अन्य आईपीएस अधिकारी वी.के.सिंह शीर्ष पुलिस पद के लिए अपनी अनदेखी किए जाने के विरोध में कथित तौर पर छुट्टी पर चले गए हैं।

वी.के.सिंह, दिलबाग सिंह से वरिष्ठ हैं और जम्मू एवं कश्मीर कैडर से हैं। सूत्रों का कहना है कि वी.के. सिंह की वरिष्ठता के मद्देनजर उन्हें जम्मू एवं कश्मीर (जेल) महानिदेशक बनाया जाने वाला है।

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