कश्मीर घाटी के कई हिस्सो से धारा 144 हटाई गयी आपको बता दे कि राजधानी श्रीनगर के पुराने इलाकों के अलावा शहर-ए-खास और सिविल लाइंस के कुछ हिस्सों में लगे प्रतिबंधों को आज हटा लिया गया। प्रशासन ने क्षेत्र में कानून एवं व्यवस्था बनाये रखने को लेकर एहतियात के तौर पर बुधवार को यह प्रतिबंध लगाये थे।
प्रतिबंधों को हटाने के बाद प्रशासन ने कई स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात किया है। पुलिस ने बताया कि श्रीनगर के किसी भी हिस्से में सभी प्रतिबंधों को हटा लिया गया है। कानून एवं व्यवस्था बनाये रखने को लेकर कई स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात किया है।
संयुक्त प्रतिरोध नेतृत्व (जेआरएल) ने हिरासत में लिए गए लोगों को कश्मीर की जेलों से बाहर भेजे जाने के विरोध में कल हड़ताल का आह्वान किया था जिसको देखते हुये प्रशासन ने आपराधिक दंड संहिता की धारा 144 के तहत नौहट्टा, सफा कादल, रैनावारी, खानयार और एम आर गंज में प्रतिबंध लगा दिये थे। जेआरएल में हुर्रियत के कट्टरपंथी गुट के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी, उदारवादी गुट के अध्यक्ष मीरवाइज मौलवी उमर फारुक और मोहम्मद यासीन मलिक शामिल हैं।
जेआरएल ने पहले सोमवार को हत्याओं के विरोध में हड़ताल का आह्वान किया था। जेआरएल ने हिरासत में लिए गए लोगों को कश्मीर की जेलों से बाहर भेजे जाने के विरोध में भी बुधवार को हड़ताल का आह्वान किया था। बाद में जेआरएल ने लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों सहित छह लोगों के मारे जाने के विरोध में‘‘शोपियां चलो‘’का आह्वान किया था।
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