पाकिस्तान की तरफ से बुधवार को अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन किया गया। पाकिस्तान आर्मी का एक हेलीकॉप्टर पुंछ में लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) के 300 किलोमीटर तक करीब आ गया। आर्मी सोर्सेस ने बताया कि LoC के करीब आने के बाद ये चॉपर वापस लौट गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये हेलीकॉप्टर MI-17 था।
सेना के सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान आर्मी का हेलीकॉप्टर कश्मीर में एलओसी के नजदीक पुंछ सेक्टर में देखा गया। इसे देखकर ऐसा लगा कि ये भारतीय सीमा में प्रवेश करेगा, लेकिन एलओसी पर 300 मीटर तक दिखाने के बाद इस हेलिकॉप्टर ने दिशा बदल ली और ये लौटा गया।
सूत्रों ने बताया कि ये घटना बुधवार को सुबह 9:45 से 10 बजे के बीच में हुई। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान आर्मी का हेलिकॉप्टर जहां तक आया, वो सामान्य क्षेत्र है। ये पाक अधिकृत कश्मीर का पल्लांड्री का क्षेत्र है। अभी इस बात का पता नहीं चल पाया है कि आखिर पाकिस्तान आर्मी के हेलीकॉप्टर का बॉर्डर के इतना नजदीक तक आने का मकसद क्या था?
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के तंगधार में नियंत्रण रेखा के पार से पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में मंगलवार को बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया था। पिछले कुछ समय से सीमा पर पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी की घटनाएं बढ़ी हैं।
पाकिस्तान की ओर से की गई फायरिगं में इस साल भारतीय सेना के कई जवान शहीद हो चुके हैं। मंगलवार को अधिकारियों ने बताया कि संघर्षविराम की घटना में कॉन्स्टेबल एसके मुर्मू (28) गंभीर रूप से घायल हो गए थे। श्रीनगर के आर्मी अस्पताल में रात साढ़े आठ बजे उनकी मौत हो गई। मुर्मू इलाके में नियंत्रण रेखा पर फॉरवर्ड डिफेंडेड लोकेशन (एफडीएल) पर तैनात थे। उन्हें निशाना बनाकर स्नाइपर शॉट किया गया। गोली जवान के पेट में लगी.एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उन्हें पाकिस्तानी बलों ने गोली मारी। बिहार के जमुई जिले के रहने वाले मुर्मू 2013 में बीएसएफ में शामिल हुए थे।
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