जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर के युवाओं का हवाला देते हुए जम्मू-कश्मीर सरकार पर जोरदार हमला बोला। मुफ्ती ने शुक्रवार को कहा कि कश्मीर में पुलिस द्वारा बड़ी संख्या में बाइक जब्त करना “सामूहिक तौर पर सजा देना” है और युवाओं की आजीविका “छीनने” के लिए यह किया जा रहा है।
J&K admin’s recent spree of seizing bikes in Kashmir is a collective punishment & another way to snatch whatever means Kashmiri youth have to earn their livelihood in a dignified manner. Contrary to GOIs claims of providing jobs, they are doing the opposite. https://t.co/U88lfGH8T7
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 22, 2021
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की संभावित यात्रा के मद्देनजर लिया गया फैसला
इस सप्ताहांत में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की संभावित कश्मीर यात्रा से पहले बाइक चलाने वाले कई लोगों ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनके दोपहिया वाहन दस्तावेज देखे बिना जब्त कर लिए हैं और वाहन मालिकों से कहा गया है कि 26 अक्टूबर के बाद उनकी बाइक वापस मिलेंगी।
युवाओं को सामूहिक रूप से सजा देने का काम कर रही सरकार- मुफ्ती
मुफ्ती ने ट्वीट किया, “जम्मू कश्मीर प्रशासन ने हाल में कश्मीर में कई बाइक जब्त की हैं जो कि सामूहिक रूप से सजा देने का काम है और कश्मीरी युवाओं ने सम्मान के साथ जो कुछ भी आजीविका अर्जित की है उसे छीनने का एक तरीका है। यह भारत सरकार द्वारा रोजगार देने के दावों के विपरीत किया जा रहा काम है।”
कश्मीर के आईजी ने कहा-
पुलिस ने कहा है कि नियमित तौर पर चलने वाले आतंक रोधी अभियान के तहत दो पहिया वाहन जब्त किये गए हैं। कश्मीर जोन के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने ट्वीट किया, “कुछ बाइक जब्त करना और कुछ टॉवरों का इंटरनेट बंद करना पूरी तरह से आतंकी हिंसा से संबंधित है। इसका माननीय गृह मंत्री की यात्रा से कोई संबंध नहीं है।”
कश्मीर में तीन दिन पहले दर्जनभर टॉवरों की इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। यह ज्यादातर उन इलाकों में किया गया है जहां गत सप्ताह गैर स्थानीय मजदूरों की हत्या की गई थी।