Jammu & Kashmir: गंदेरबल आतंकी हमले में सोमवार शाम को मारे गए शशि भूषण अबरोल का पार्थिव शरीर उनके गृहनगर जम्मू पहुंचा। शव पहुंचते ही जम्मू के शहरी इलाके तालाब तिल्लो में मातम छा गया।
अबरोल का पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा
गंदेरबल जिले में श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर रविवार देर शाम सुरंग निर्माण स्थल पर आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले में एक डॉक्टर और छह निर्माण श्रमिकों की मौत हो गई। आतंकवादियों ने उस समय हमला किया जब मजदूर और अन्य कर्मचारी गंदेरबल के गुंड में अपने शिविर में लौट रहे थे। इस घटना ने गंभीर चिंता पैदा कर दी है क्योंकि यह आतंकवादियों द्वारा लक्षित हत्या थी।
अबरोल को अंतिम श्रद्धांजलि दी
स्थानीय लोग भूषण अबरोल को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए उनके घर पहुंचे। तस्वीरों में दिख रहे परिवार के कई सदस्य फूट-फूट कर रो पड़े। इस बीच, शशि भूषण अबरोल के भाई ने कहा कि हमले के पीछे के आतंकवादियों को मार दिया जाना चाहिए।
अबरोल के भाई ने जताया दुख
अबरोल के भाई ने बताया, “उसने हमसे कभी किसी डर के बारे में बात नहीं की। शाम 6 बजे के बाद उसने हमारे कॉल का जवाब नहीं दिया। आज सुबह हमें उसकी मौत के बारे में जानकारी मिली।” उन्होंने कहा, “उसके दो बच्चे हैं। इन आतंकवादियों को मार दिया जाना चाहिए। वह परिवार का एकमात्र कमाने वाला था।” अबरोल के पिता ने एएनआई को बताया कि शशि अबरोल ने रविवार शाम 6 बजे अपनी पत्नी से फोन पर बात की थी।
गंदेरबल आतंकी हमले में हुआ शहीद
अबरोल के पिता ने कहा, “कल उसकी (शशि भूषण अबरोल) पत्नी ने शाम 6 बजे उससे फोन पर बात की थी, लेकिन बाद में उसने कॉल का जवाब नहीं दिया। वह एक डिजाइनर था। हमें सुबह उसके निधन के बारे में जानकारी मिली। वह पिछले 5-6 सालों से कंपनी में काम कर रहा था।” जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को गंदेरबल में आतंकवादी हमले के बाद सुरक्षा बलों और पुलिस को सतर्क रहने की जरूरत बताई। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने कहा, “अब प्रशासन, विशेषकर पुलिस और सुरक्षा बलों को अपनी सतर्कता का स्तर और भी अधिक बनाए रखना होगा तथा यह सुनिश्चित करना होगा कि इस तरह के हमले न हों।”