केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि शून्य घुसपैठ के लक्ष्य के साथ आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। यह देखते हुए कि केंद्र सरकार के निरंतर और कड़े प्रयासों के कारण जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का पारिस्थितिकी तंत्र काफी कमजोर हो गया है। केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को ‘शून्य घुसपैठ’ लक्ष्य को प्राप्त करके आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को आगे बढ़ाने का निर्देश दिया।
सख्त कार्रवाई करने को निर्देश
केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने सभी सुरक्षा एजेंसियों से घुसपैठ और आतंकी कृत्यों पर निर्मम दृष्टिकोण के साथ और अधिक सख्त कार्रवाई करने को कहा है। दो घंटे से अधिक लंबी समीक्षा बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आतंकवादियों के अस्तित्व को जड़ से उखाड़ फेंकना हमारा लक्ष्य होना चाहिए। नार्को नेटवर्क घुसपैठियों और आतंकवादियों को उनकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए सहायता प्रदान कर रहा है, उन्होंने नशीले पदार्थों के व्यापार से होने वाली आय से आतंकी फंडिंग के खिलाफ तत्परता और कठोरता के साथ त्वरित कार्रवाई करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
सुरक्षा एजेंसियों के प्रयासों की सराहना
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति पर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा परिदृश्य के सभी मापदंडों में महत्वपूर्ण सुधार के लिए सुरक्षा एजेंसियों के प्रयासों की सराहना की। बता दें कि यह बैठक आतंकवाद विरोधी प्रयासों और केंद्र शासित प्रदेश में शांति बनाए रखने के उपायों पर केंद्रित थी, जिसमें मौजूदा सुरक्षा स्थिति, चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियान और इस खतरे को रोकने के लिए भविष्य की रूपरेखा शामिल थी। इस बैठक में प्रमुख मुद्दे पर चर्चा की गई, क्षेत्र में आतंकवाद के खिलाफ चल रही लड़ाई में सुरक्षा एजेंसियों के बीच कार्यों के महत्व पर भी जोर दिया गया।