कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर ने बुधवार को भाजपा नीत केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया कि उसने राज्य से एकतरफा तरीके से अनुच्छेद 370 के प्रावधान हटाकर दो केन्द्र शासित प्रदेशों में विभाजित करके उसे बर्बाद कर दिया। मीर ने कहा कि घाटी में हालात सामान्य होने के सरकार के दावों के बावजूद स्थिति ‘सबसे खराब’ है।
मीर ने राज्य से विशेष दर्जा वापस लिए जाने के बाद से अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘कांग्रेस राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर पहले ही पांच और छह अगस्त (अनुच्छेद 370 के प्रावधान हटाकर विशेष दर्जा वापस लेने का समय) के घटनाक्रमों पर अपना रुख स्पष्ट कर चुकी है।
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उन्होंने कहा, ‘हमारे सुंदर राज्य को बर्बाद करने के लिए साजिश के तहत अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक तरीके से ऐसा किया गया, जिसकी स्वतंत्रता से पहले अपनी खुद की पहचान रही है और जो स्वतंत्रता के बाद दूसरे राज्यों की तरह भारत का हिस्सा बना।’ मीर को 55 दिन नजरबंद रखने के बाद हाल ही में रिहा गया था।
उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर संविधान के तहत विशेष दर्जा पाने वाला इकलौता राज्य नहीं। देश के कम से कम 10 अन्य राज्यों को अपनी जमीन, लोगों की सांस्कृतिक पहचान और नौकरियों की रक्षा के लिए विशेष दर्जा मिला हुआ है।’ उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को अंधेरे में रखकर राज्य को ‘बर्बाद’ करने के लिए केन्द्र ने एकतरफा तरीके से सभी फैसले ले लिए।