बीते 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए फिदायीन आतंकी हमले में 40 से ज्यादा सीआरपीएफ जवानों के शहीद होने पर देशभर में गुस्से और आक्रोश का माहौल है। इस हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार भी पाकिस्तान को सबक सिखाने की तरफ कदम बढ़ा चुकी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कड़े शब्दों में पाकिस्तान और आतंकियों को सन्देश दे दिया है की वो बड़ी भारी गलती कर चुके है जिनके हिसाब उनके चुकाना पड़ेगा। इसके अलावा भारत सराकर की तरफ से पाकिस्तान को कूटनीतिक रूप से घेरने के लिए कई बड़े कदम उठा लिए है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले के बाद CCS की बैठक बुलाई जिसमे रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, वित्त मंत्री अरुण जेटली, गृह मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज शामिल हुए। इस बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े फैसले लिए गए है।
1. भारत ने आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन यानी एमएफएन का दर्जा छीन लिया है और इस कदम से पाकिस्तान को गंभीर आर्थिक नुक्सान होंगे।
2. भारतीय विदेश मंत्रालय पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर घेरकर उसकी करतूत का खुलासा करेगा और अभी तक अमेरिका समेत कई देश भारत का समर्थन कर चुके है।
3. भारत द्वारा साल 1986 में संयुक्त राष्ट्र में आतंकवाद की परिभाषा बदलने के लिए जो प्रस्ताव भी दिया था उसे पास कराने के लिए भी भारत पाकिस्तान के खिलाफ दबाव बनाएगा और कोशिश की जाएगी की ये जल्द से जल्द पास हो।
4. आज सुबह गृह मंत्री राजनाथ सिंह सर्वदलीय बैठक कर चुके है जिसमे सभी राजनैतिक दलों ने पुलवामा हमले का जवाब देने के लिए भारत सरकार का समर्थन किया है।
5. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐलान किया है की उन्होने सेना और सुरक्षा बालों को खुली छूट दी है की वो जैसे चाहे जहाँ चाहे बदला ले सकते है और आतंकवाद के खिलाफ खुली जंग है।