जम्मू और कश्मीर के उपमुख्यमंत्री एम सुरिंदर कुमार चौधरी ने राजौरी के बुधल गांव का दौरा किया, जहां 16 रहस्यमयी मौतें होने की सूचना मिली थी।
मीडिया से बात करते हुए चौधरी ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, न केवल बुधल के लिए बल्कि पूरे जम्मू-कश्मीर और देश के लिए, युवाओं और छोटे बच्चों की मौत हुई है। मुख्यमंत्री खुद इस घटना की निगरानी कर रहे थे, सरकार ने पीड़ितों के परिवारों को अनुग्रह राशि दी है। प्रशासन उन्हें दिए जा रहे राशन का निरीक्षण कर रहा है। पुलिस यह पता लगाने के लिए जांच कर रही है कि ये मौतें कैसे हुईं।”
इस बीच, राज्य स्वास्थ्य विभाग की टीमें राजौरी जिले के बदहाल गांव में घर-घर जाकर निगरानी कर रही हैं, क्योंकि दिसंबर की शुरुआत से एक अज्ञात बीमारी ने 16 लोगों की जान ले ली है और 38 लोग इससे पीड़ित हैं। कोटरंका के एडीसी दिलमीर चौधरी ने कहा कि “दिसंबर से ही हम सक्रिय हैं। स्वास्थ्य टीमें घर-घर जा रही हैं। निगरानी जारी है। हम रोजाना निगरानी के लिए यहां आ रहे हैं। घटना से एक दिन पहले डॉक्टरों की टीम उपलब्ध थी। वे अभी भी उपलब्ध हैं। लोगों को इस बीमारी से डरने की जरूरत नहीं है।”
चिकित्सा विशेषज्ञों और पीजीआईएमईआर चंडीगढ़, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल जैसे संगठनों द्वारा व्यापक प्रयासों के बावजूद बीमारी का कारण अज्ञात बना हुआ है। जिले में मौजूद चिकित्सा दल भी बीमारी की स्थिति पर नजर रख रहे हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों ने निवासियों से कहा है कि वो ना घबराए।