गोरखपुर : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होली के अवसर पर आयोजित नरसिंह शोभायात्रा का नेतृत्व करेंगे। गोरखनाथ मंदिर के विनय कुमार गौतम ने बताया कि ‘आज मुख्यमंत्री ने शोभायात्रा में भाग लेने पर सहमति जताई है और इसके बाद आयोजन समिति ने यात्रा का मार्ग निर्धारित किया।’ गोरखपुर में होली के अवसर पर पिछले सात दशकों से भगवान नरसिंह की शोभायात्रा निकलती है। प्रत्येक वर्ष विश्व प्रसिध्द गोरखनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी इस जुलूस का नेतृत्व करते है और हजारों की संख्या में श्रद्धालु इस यात्रा में भाग लेते है। शोभायात्रा पांडे का हाता इलाके से आरंभ होती है और शहर के पुराने इलाको से गुजरते हुये घंटाघर पर समाप्त होती है।
नरसिंह शोभा यात्रा के बारे में बताते हुये 75 वर्षीय प्रेम नारायण दुबे ने बताया कि ‘1939 में जब नाना जी देशमुख राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ कार्यकर्ता की हैसियत से गोरखपुर आये, तब उन्होंने देखा कि यहां लोग कीचड और गंदे पानी से होली खेलते है, इसके अलावा लोग काले और हरे रंग का इस्तेमाल भी करते थे। तब नाना जी ने गोरखपुर में रंगो से होली खेलने की परंपरा शुरू की और 1940 में नरसिंह शोभायात्रा के लिये हाथी का इंतजाम किया गया और काले और हरे रंग से होली खेलने से मना कर दिया गया। तब से 1944 तक संघ कार्यकर्ता नरसिंह शोभा यात्रा निकालते रहे और बाद में गोरखनाथ मंदिर ने शोभा यात्रा निकालने का जिम्मा ले लिया।’’
श्रीहोलिका समिति गीतानगर के मीडिया प्रभारी मनोज जालान ने बताया कि ‘यात्रा के लिये सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये है। इस साल शोभायात्रा दो मार्च को सुबह साढे आठ बजे घंटाघर इलाके से निकलेगी। यात्रा से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मठ के पीठाधीश्वर की हैसियत से लोगों को संबोधित करेंगे। वह भगवान नरसिंह की महाआरती करेंगे। उन्होंने बताया कि आदित्यनाथ एक रथ पर सवार रहेंगे और गुलाल से होली खेलेंगे। समिति ने इस बार भी काले और नीले रंग से होली खेलने पर रोक लगा दी है।
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