उत्तर प्रदेश : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को यहां मगहर में नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले कबीर की मजार पर तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे। वहां खादिम ने उन्हें टोपी पहनाने की कोशिश की, लेकिन योगी ने उनका हाथ पकड़कर टोपी पहनने से इनकार कर दिया। खादिम ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया कि वे टोपी नहीं पहनते। इसके बाद उन्होंने टोपी हटा ली। योगी के कुछ देर बाद मोदी यहां पहुंचे। उन्होंने मजार पर नमन किया और चादर चढ़ाई।
2011 में गुजरात में नरेंद्र मोदी के साथ भी ऐसा ही वाकया हुआ था। मोदी तीन दिन के सद्भावना उपवास पर थे। इस दौरान खेड़ा से आए एक सूफी इमाम मंच पर मोदी से मिलने पहुंचे। उन्होंने जेब से टोपी निकाली और मोदी को पहनाने की कोशिश की। लेकिन मोदी ने हाथ थामकर इनकार कर दिया। बाद में इमाम ने मोदी को शॉल ओढ़ाई। उस वक्त मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे।
मोदी का अखिलेश-मायावती पर निशाना : मोदी ने मगहर में रैली में कहा, ‘‘समाजवाद और बहुजन की बातें करने वाले सत्ता के लालची हैं। उत्तर प्रदेश में पहले जो सरकारें रहीं, उनकी अपने बंगलों में रुचि ज्यादा थी। उनका मन अपने आलीशान बंगलों में ही लगा रहता था। गरीबों के लिए मकान बनाने के मामले में वे हाथ पर हाथ रखकर बैठे रहते थे।’ मोदी ने यहां बंगलों का जिक्र दो पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मायावती के संदर्भ में किया। अदालती आदेश के बाद दोनों ने अपने सरकारी बंगले खाली किए हैं। (पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
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