येदियुरप्पा ने कहा - मध्यावधि चुनाव का अनुमान नहीं , गठबंधन सरकार से इस्तीफे की मांग की - Punjab Kesari
Girl in a jacket

येदियुरप्पा ने कहा – मध्यावधि चुनाव का अनुमान नहीं , गठबंधन सरकार से इस्तीफे की मांग की

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी.एस.येदियुरप्पा ने मध्यावधि चुनाव के अनुमान को खारिज करते

बेंगलुरू : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी.एस.येदियुरप्पा ने मध्यावधि चुनाव के अनुमान को खारिज करते हुए शनिवार को कहा कि आंतरिक मतभेदों के कारण कांग्रेस और जनता दल (सेकुलर) की गठबंधन सरकार अधिक समय तक नहीं चलने वाली है। 
उन्होंने कहा कि यदि वे लोग सरकार नहीं चला पा रहे हैं तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिये। 
येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘मैं पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष के नाते स्पष्ट कह चुका हूं। हमारे पास 105 विधायक हैं। कांग्रेस-जनता दल (सेकुलर) के 20 से अधिक विधायक असंतुष्ट चल रहे हैं। यदि आपके पास प्रशासन चलाने की क्षमता नहीं है, तो इस्तीफा दे दीजिये।’’ 
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि राज्य के मतदाता विधानसभा चुनाव के महज 13 महीने बाद पुन: चुनाव के लिये तैयार नहीं होंगे। 
उन्होंने कहा, ‘‘स्वार्थ के कारण इस तरह के निर्णय लेना ठीक नहीं है। इस्तीफा दीजिये और घर जाइये, हम सरकार चला लेंगे। मैं यह पहले भी कह चुका हूं।’’ 
येदियुरप्पा ने कहा, मेरे अनुसार अपने आंतरिक मतभेदों के कारण यह सरकार लंबे समय तक नहीं चलने वाली है। 
येदियुरप्पा के इस बयान से एक ही दिन पहले पूर्व प्रधानमंत्री एवं जनता दल सेकुलर के प्रमुख एच.डी.देवेगौड़ा ने शुक्रवार को कहा था कि इस बात में कोई शक नहीं कि राज्य विधानसभा के मध्यावधि चुनाव होंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि उन्हें यह नहीं मालूम कि यह सरकार कब तक चलने वाली है। 
भाजपा के कर्नाटक प्रभारी मुरलीधर राव ने कहा कि गठबंधन सरकार लोगों के जनमत के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि इस सरकार से कर्नाटक को मुक्त कराना उनकी पार्टी का एजेंडा और कार्यक्रम है। 
उन्होंने कहा, ‘‘हमें कर्नाटक के अधूरे कार्य को पूरा करना है। हम 105 सीटें जीत कर सरकार में नहीं हैं। जिन्हें सिर्फ 38 सीटें मिलीं, वे सरकार चला रहे हैं।’’ 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

seventeen − six =

Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।