पंचकुला (चंडीगढ़) : अभी तक जो हालात बने हुए हैं उसे देखकर कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर फैसला डेरा प्रमुख के खिलाफ आता है तो डेरा प्रेमियों को नियंत्रण में रखने के लिए पुलिस और प्रशासन के पसीने छूट सकते हैं। अगर फैसला डेरा प्रमुख के हक में आ जाता है तो डेरा प्रेमी इसके जश्न में सडकों पर उतर सकते हैं और ऐसा होने पर इनका सिखों से टकराव हो सकता है। इन दोनों सूरतों में टकराव को रोकने के लिए ही पुलिस बल को कड़ी मशक्कत करनी पड़ सकती है।
हालांकि, डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम और मुख्यालय से जुड़े प्रवक्ताओं और पदाधिकारियों द्वारा मामले के बारे में किसी प्रकार की कोई बातचीत मीडिया से अभी नहीं की जा रही है, लेकिन डेरा प्रेमियों के तेवर काफी तीखे नजर आ रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि यदि बाबा को जेल हुई या गिरफ्तार किया गया तो उनकी चेली रूहिनियां आत्मदाह का प्रयास करेंगी और अनुयायी सडकों पर रास्ते रोकेंगे। हर जिले में अनुयायी विधायकों व सांसदों को मिल कर सरकार पर दबाव बना रहे हैं और बाबा को निर्दोष बता रहे हैं। उपायुक्त व एसडीएम आश्रम में गए और 25 अगस्त को शान्ति बनाए रखने की अपील की है, उधर पुलिस अधीक्षक ने सरपंचों की मीटिंग बुलाकर शांति व्यवस्था में सहयोग की अपील की है।