केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू आज वक्फ संशोधन विधेयक 2025 को संसद में पेश करेंगे। जेडी(यू) और टीडीपी ने इसका समर्थन किया है। विधेयक का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन को सुधारना है। विपक्ष ने चेतावनी दी है कि विधेयक का समर्थन करने वाले दलों को भविष्य में परिणाम भुगतने होंगे।
आज संसद की कार्यवाही फिर से शुरू होने वाली है। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू वक्फ संशोधन विधेयक 2025 को पारित करने के लिए पेश करेंगे, जिसका उद्देश्य वक्फ अधिनियम 1995 में संशोधन करना है। रिजिजू वक्फ संशोधन विधेयक को पेश करने से पहले जेडी(यू) और चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली तेलुगू देशम पार्टी ने वक्फ संशोधन विधेयक पर अपना समर्थन करने की घोषणा कर दी है। दोनों पार्टियों के समर्थन से विपक्ष ने चेतावनी देते हुए कहा कि इसके लिए दोष उन्हीं पर मढ़ा जाएगा।
Waqf Amendment Bill: 2013 में भी हुए थे बड़े संशोधन, आज संसद में होगा पेश
प्रशांत किशोर का बयान
जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर नीतीश कुमार जैसे नेता इसका समर्थन नहीं करते हैं तो सरकार कभी भी विधेयक को कानून नहीं बना सकती है। सरकार के पास लोकसभा में बहुमत नहीं है। वे इस कानून को लाने में सक्षम हैं क्योंकि नीतीश कुमार जैसे लोग सरकार का समर्थन कर रहे हैं, अगर नीतीश कुमार जैसे नेता लोकसभा में इस विधेयक के समर्थन में मतदान नहीं करते हैं, तो सरकार इसे कभी भी कानून नहीं बना सकती है।
#WATCH दिल्ली: वक्फ संशोधन विधेयक 2024 आज लोकसभा में पेश किए जाने पर कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा, “सरकार को खुद यह कबूल करना चाहिए कि वहां(JPC कमेटी में) खंड दर खंड जो चर्चा होनी थी वह नहीं हुई है। सरकार का पहले ही दिन से एक रवैया था कि संविधान के खिलाफ और हमारे अल्पसंख्यक… pic.twitter.com/xDXzt8dmYQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 2, 2025
सहयोगी दलों को परिणाम भुगतने होंगे
इसके अलावा, संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क ने कहा कि बिल का समर्थन करने के लिए सहयोगी दलों को परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार के पास बहुमत के आंकड़े हो सकते हैं, लेकिन उसके सहयोगी जानते हैं कि अगर वे इस बिल का समर्थन करते हैं, तो उन्हें आने वाले समय में बहुत परिणाम भुगतने होंगे।
तीन लाइन का व्हिप जारी
तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने अपने सभी लोकसभा सांसदों को बिल पेश किए जाने के समय मौजूद रहने के लिए तीन लाइन का व्हिप जारी किया है। इस व्हिप में सभी सांसदो को 2 अप्रैल, 2025 को लोकसभा में उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है। जिससे सदन में महत्वपूर्ण चर्चा का विषय होने की उम्मीद है।बता दें कि विधेयक को आज के प्रश्नकाल के बाद विचार और पारित करने के लिए पेश किया जाएगा। उसके बाद, 8 घंटे की चर्चा होगी, जिसे बढ़ाया भी जा सकता है।
#WATCH | दिल्ली: वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पर भाजपा सांसद और वक्फ (संशोधन) विधेयक पर बनी JPC समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कहा, “यह मेहनत रंग आई है… हमनें(JPC कमेटी ने) इस बिल को लेकर दक्षिण भारत का दौरा किया था। हम उत्तर भारत का दौरा नहीं कर पाए थे… संसदीय कार्य मंत्री ने… pic.twitter.com/TDtGViMGwg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 2, 2025
क्यों जरूरी है वक्फ संशोधन विधेयक ?
विधेयक का उद्देश्य वक्फ अधिनियम 1995 में संशोधन करना है ताकि वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में आने वाली समस्याओं और चुनौतियों का समाधान किया जा सके। संशोधन विधेयक का उद्देश्य भारत में वक्फ संपत्तियों के प्रशासन और प्रबंधन में सुधार करना है। इसका उद्देश्य पिछले अधिनियम की कमियों को दूर करना और अधिनियम का नाम बदलने, वक्फ की परिभाषाओं को सही करने, पंजीकरण प्रक्रिया में सुधार करने और वक्फ रिकॉर्ड के प्रबंधन में प्रौद्योगिकी की भूमिका बढ़ाने जैसे बदलाव करके वक्फ बोर्डों की दक्षता बढ़ाना है।