वक्फ संशोधन बिल लोकसभा में पारित हुआ, जिसमें एनडीए का संख्याबल निर्णायक साबित हुआ। विपक्षी दलों ने इसे अल्पसंख्यकों के खिलाफ बताया और विरोध में तीखी प्रतिक्रियाएं दीं। AIMIM सांसद ओवैसी ने बिल का विरोध करते हुए इसे फाड़ा।
लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल बहुमत से पारित हो गया है। इस विधेयक के समर्थन में 288 वोट पड़े, जबकि 232 वोट इसके खिलाफ किए गए। संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने इस बिल को लोकसभा में पेश किया था। इस बिल पर चर्चा के लिए 8 घंटे का समय रखा गया था लेकिन सदन की सहमति के बाद इसे आगे बढ़ा दिया गया। बिल को पास कराने के लिए 272 वोटों की जरूरत थी, बिल के पक्ष में 288 वोट पड़े जबिक विपक्ष में 232 वोट पड़े। वहीं, एनडीए सरकार का संख्याबल निर्णायक साबित हुआ। जबकि विपक्षी दलों ने इस बिल को अल्पसंख्यकों के अधिकारों के खिलाफ बताया। इससे पहले केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने इसे बुधवार (02 अप्रैल, 2025) को लोकसभा में पेश किया था।
#WATCH वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 लोकसभा में पारित हुआ। विधेयक के पक्ष में 288 वोट, विधेयक के खिलाफ 232 वोट पड़े। pic.twitter.com/AfsRASxQ6m
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 2, 2025
लोकसभा में पारित हुआ वक्फ संशोधन बिल
सरकार की तरफ से चर्चा का जवाब केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू ने दिया। जिसके बाद वक्फ संशोधन विधेयक पर वोटिंग हुई और फैसला सरकार के पक्ष में आया। इससे पहले सत्तारूढ़ दल बीजेपी ने अपने सभी सांसदों के लिए व्हिप जारी कर आज सदन में मौजूद रहने को कहा था। इसी तरह से TDP, JDU, RLD ने अपने सांसदों को व्हिप जारी कर दिया था। साथ ही बिल को केंद्र की सरकार में शामिल TDP, JDU और LJP ने समर्थन दिया।
वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 लोकसभा में पारित हुआ। विधेयक के पक्ष में 288 वोट, विधेयक के खिलाफ 232 वोट पड़े।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 2, 2025
ओवैसी ने फाड़ा वक्फ संशोधन बिल
साथ ही चर्चा के दौरान AIMIM के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि इस बिल का मकसद मुसलमानों को जलील करना है। मैं गांधी की तरह वक्फ बिल को फाड़ता हूं। बिल फाड़ने के बाद ओवैसी संसद की कार्यवाही छोड़कर चले गए।
#WATCH दिल्ली: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में अपने भाषण के दौरान वक्फ संशोधन विधेयक की कॉपी फाड़ी। pic.twitter.com/6IGQoGY30w
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 2, 2025
बिल को लेकर TMC सासंद कल्याण बनर्जी का बयान
वक्फ संशोधन विधेयक लोकसभा में पारित होने पर TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा, “यह एक असंवैधानिक विधेयक है…इस विधेयक को चुनौती दी जाएगी…यह विधेयक मुस्लिम समुदाय के लिए खतरनाक है…उन्हें (भाजपा को) इस विधेयक को पारित करने की कीमत चुकानी पड़ेगी।
#WATCH दिल्ली | वक्फ संशोधन विधेयक लोकसभा में पारित होने पर TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा, “यह एक असंवैधानिक विधेयक है…इस विधेयक को चुनौती दी जाएगी…यह विधेयक मुस्लिम समुदाय के लिए खतरनाक है…उन्हें (भाजपा को) इस विधेयक को पारित करने की कीमत चुकानी पड़ेगी…” pic.twitter.com/TeWyywIHnr
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 2, 2025
बिल के पास होने पर विपक्ष की तीखी प्रतिक्रिया
वक्फ संशोधन विधेयक लोकसभा में पारित होने पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा, “यह हमारे अधिकारों पर हमला है… मुस्लिम समुदाय और वक्फ दोनों को इससे नुकसान होने जा रहे हैं… हम इसके खिलाफ अदालत जाएंगे और लड़ाई लड़ेंगे… यह दिन इतिहास में एक काले दिन के रूप में दर्ज़ होगा।
#WATCH वक्फ संशोधन विधेयक लोकसभा में पारित होने पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा, “यह हमारे अधिकारों पर हमला है… मुस्लिम समुदाय और वक्फ दोनों को इससे नुकसान होने जा रहे हैं… हम इसके खिलाफ अदालत जाएंगे और लड़ाई लड़ेंगे… यह दिन इतिहास में एक काले दिन के रूप में दर्ज़… pic.twitter.com/aIWSsX6smx
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 2, 2025
सत्तापक्ष ने वक्फ संशोधन बिल को महत्वपूर्ण बताया
चर्चा के दौरान सत्तापक्ष के सांसदों ने विधेयक को अत्यंत महत्वपूर्ण और सुधारात्मक कदम बताते हुए इसे भारतीय मुसलमानों के हित में बताया। सरकार ने दावा किया कि यह बिल वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता और जिम्मेदारी बढ़ाएगा, जिससे वक्फ संपत्तियों का बेहतर उपयोग किया जा सकेगा और उनका दुरुपयोग रोका जा सकेगा। वहीं, विपक्ष ने इस विधेयक को लेकर कई आपत्तियां उठाईं। विपक्ष का कहना था कि यह वक्फ बोर्डों की स्वायत्तता में हस्तक्षेप करेगा और मुसलमानों के धार्मिक मामलों में सरकार का अतिक्रमण होगा। एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी ने विधेयक का विरोध किया और अपनी बात रखने के बाद अंत में विधेयक की प्रति फाड़ दी।
अमित शाह ने विपक्ष पर साधा निशाना
इससे पहले, चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह भारत सरकार का कानून है और इसे सभी को स्वीकार करना होगा। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह समाज में भ्रम फैला रहे हैं और मुसलमानों को डराकर उनका वोट बैंक बनाने की कोशिश कर रहे हैं। शाह ने इस दौरान नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर भी विपक्ष के दावे खारिज किए। उन्होंने कहा कि सीएए लागू होने के बाद किसी भी मुस्लिम की नागरिकता नहीं गई है और अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर में उमर अब्दुल्ला जैसे नेता चुनाव जीतकर लौटे हैं, जो बताता है कि स्थिति में सुधार हुआ है। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद कम हुआ है और विकास और पर्यटन बढ़े हैं।