उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने देश के कृषि क्षेत्र को टिकाऊ और लाभदायक बनाने के लिए शनिवार को बहुआयामी प्रयास करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अपने रुख और तौर-तरीकों में बदलाव करके देश कम क्षेत्र में ज्यादा उत्पादन करने में सक्षम होगा।
आचार्य एन जी रंगा की 120वीं जयंती समारोह के उद्घाटन पर नायडू ने उन्हें महान स्वतंत्रता सेनानी, किसान नेता, समाज सुधारक और उत्कृष्ट सांसद करार दिया। उपराष्ट्रपति ने कहा, “माटी के लाल आचार्य रंगा को स्वामी सहजानंद सरस्वती के साथ भारतीय किसान आंदोलन का जनक माना जाता है।”
आचार्य रंगा द्वारा बहस के उच्च मापदंड और संसदीय आचरण के बारे में बात करते हुए नायडू ने कहा कि जब भी वह संसद में बोलते थे तो सभी सांसदो द्वारा उन पर ध्यान दिया जाता था। नायडू ने कहा कि राज्यसभा के सभापति के तौर पर बहस के गिरते स्तर को देखकर उन्हें दुख होता है।
उन्होंने सभी कानून-निर्माताओं से रंगा के जीवन और सीखों का अध्ययन करने और एक सांसद के तौर पर उनके आचरण को अपनाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि चर्चा सकारात्मक होनी चाहिए बाधित करने वाली नहीं।