नई दिल्ली : एक तरफ अयोध्या विवाद मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में जारी है, वहीँ दूसरी तरफ इस मुद्दे को लेकर देश भर में हलचल देखने को मिल रही है। जहाँ एक तरफ श्री श्री रविशंकर इस मामले में दोनों पक्षों से मिलकर आम सहमति बनाने की कोशिश में जुटे हैं, वहीँ अब यूपी के एक पूर्व आईएएस अधिकारी अनीस अंसारी ने अयोध्या विवाद सुलझाने के लिए एक नया फॉर्मूला पेश किया है।
दरअसल अयोध्या विवाद सुलझाने के लिए पूर्व आईएएस अधिकारी डॉ. अनीस अंसारी ने नया फॉर्मूला पेश किया है। अंसारी के इस फॉर्मूले के मुताबिक पहले मुस्लिमों को विवादित जमीन का मालिकाना हक दिया जाए, जिसके बाद यह जमीन हिंदुओं को दे दी जाए। इसके बाद मस्जिद निर्माण के लिए दूसरी जगह मुस्लिम पक्ष को दी जाए।
डॉ. अंसारी ने कहा कि मस्जिद निर्माण के लिए कुछ दूरी पर अलग जगह दी जाए। उन्होंने कहा कि अयोध्या विवाद को दोनों पक्षकार मिल-बैठकर कोर्ट के बाहर सुलझाएं। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों के बाद लिखित समझौते के दस्तावेज सुप्रीम कोर्ट के समक्ष जमा कराए जाएं। इस फॉर्मूले के पीछे उन्होंने यह तर्क दिया कि जब तक मुस्लिमों के पास विवादित जमीन का मालिकाना हक ही नहीं होगा तो वो मंदिर पक्ष को किस अधिकार से जमीन देंगे। लिहाजा, जमीन का मालिकाना हक मिलने के बाद ही जमीन मंदिर पक्ष को दी जा सकती है।
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