दर्दनाक तस्वीरें - जब भारत में अकाल के वक्त 30 लाख लोग भूख से तड़प-तड़प कर मरे - Punjab Kesari
Girl in a jacket

दर्दनाक तस्वीरें – जब भारत में अकाल के वक्त 30 लाख लोग भूख से तड़प-तड़प कर मरे

NULL

आज भारत के कुछ राज्य भयंकर बाढ़ का प्रकोप झेल रहे है और काफी अधिक संख्या में लोग इस प्राकृतिक आपदा का शिकार भी हुआ है। अगर सिर्फ सरकारी आंकड़ों की माने तो अकेले बिहार में करीब 400 से ज्यादा मौतें हो चुकी है। आपने कई ऐसी तस्वीरें देखी होगी जो इस बाढ़ के कहर को बयान करती है पर आज हम आपके लिए भारत की वो तस्वीरें लाएं है जिन्हे देख कर आपकी आँखे नाम हो जाएंगे।

1555485928 7 95भारत आज जिस स्थिति में है उसके बाद भी वर्तमान में बिहार और असम में आयी बाढ़ की तबाही वाली तस्वीरें व्यथित कर देने वाली है पर जरा सोचिये आज से 50 साल पहले जब भारत ने ऐसी आपदाओं का सामना किया होगा वो तस्वीरें जब इतनी वीभत्स है तो वो मंज़र कितना दर्दनाक होगा।

1555485928 1 789हम शायद कल्पना भी नहीं कर सकते की कितने विकट हालातों से जूझ कर भारत खड़ा हुआ है। देश में भ्रष्टाचार फैलाने वाले लोगों को सोचना चाहिए की इस देश ने खड़े होने में ना जाने कितने दर्दों को झेला है।

1555485928 2 521ये तस्वीरें जो आप देख रहे है ये 1943 में भारत में पड़े भीषण अकाल की है। उस मंजर को याद करके ही लोग कांप जाते है। तब का बंगाल आज बांग्लादेश बन चुका है।

1555485929 3 418जानकारी के मुताबिक यह अकाल भारत के पश्चिम बंगाल, बिहार और उड़ीसा क्षेत्र में पड़ा था। इस दौर में ली गई तस्वीरें इतनी भयानक है कि इस आपदा का केवल अंदाजा ही लगाया जा सकता है।

1555485929 4 428इस भीषण अकाल के बारे में कहा जाता है की उस वक्त बंगाल में अनाज की कमी हो गई थी। उस दौर में द्वितीय विश्व युद्ध भी चल रहा था। खाद्य सामग्री की आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई।

1555485929 5 259अकाल के उस मंज़र को करीब से देखने वाले एक प्रोफेसर ने बीबीसी को दिए गए एक इंटरव्यू में बताय की उस वक्त लोग सांप और घास खाकर पेट भरने को मजबूर थे। “कोलकाता, ढाका की सड़कें पूरी तरह से कंकालों से भर गई थीं। मानो लोग केवल मरने के लिए ही बंगाल पहुंचे थे।” बताया जाता है की इस अकाल के प्रकोप से करीब ३० लाख लोग भूख से तड़प-तड़प कर मर गए थे।

1555485930 6 166इस अकाल के पीछे दो वजह बताई जाती हैं। पहला प्राकृतिक आपदा और दूसरा अंग्रेज सरकार की नीतियां। मुख्य रूप से इसके पीछे अंग्रेज सरकार की नीतियां ही जिम्मेदार थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

2 + seven =

Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।