सरकार ने वित्त और राजस्व सचिव तुहिन कांत पांडेय को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड का नया चेयरमैन नियुक्त किया है। तुहिन कांत पांडेय ने माधबी पुरी बुच की जगह ली है। माधबी पुरी बुच का कार्यकाल इस महीने खत्म हो रहा है। आपको बता दें तुहिन कांत पांडेय पदभार संभालने के बाद शुरू में तीन साल या अगले आदेश तक अध्यक्ष बने रहेंगे।
कौन हैं तुहिन कांत पांडेय
सेबी के नए चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय 1987 बैच के आईएएस हैं। हाल ही में उन्हें केंद्रीय बजट 2025 से नया राजस्व सचिव नियुक्त किया गया था। इससे पहले तुहीन कांत पांडेय निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग के सचिव रह चुके हैं। वह सरकारी विनिवेश प्रोसेस में बड़ी भूमिका निभा चुके हैं। आपको बता दें तुहिन कांत पांडेय सरकारी कंपनियों के प्राइवेटाइजेशन को लेकर भी बड़े फैसले ले चुके हैं।
कितनी होगी तुहिन कांत पांडेय की सैलरी
सेबी के नए चेयरमैन के आधिकारिक ऐलान के बाद तुहिन कांत पांडेय ने कहा कि मुझे कल आदेश मिला और सरकार ने जिम्मेदारी दी है। मैं ज्वाइन करूंगा। बाजार के बारे में अभी मैं कुछ नहीं कह सकता हूं। बाजार स्थिरता पर है। बता दें सेबी चेयरमैन को सरकार के सचिव के बराबर सैलरी मिलती है। इसके अलावा सेबी चेयरमैन 5,62,500 रुपए प्रति महिना फिक्स्ड सैलरी भी मिलती है। इसमें सरकारी वाहन और घर की सुविधा नहीं दी जाती।
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पहली महिला अध्यक्ष थीं माधबी बुच
माधबी पुरी बुच ने 2 मार्च 2022 को सेबी चेयरमैन का कार्यभार संभाला था। वह सेबी की पहली महिला अध्यक्ष बनी थीं। वह निजी क्षेत्र से आने वाली पहली व्यक्ति भी थीं। उनके कार्यकाल में भारतीय शेयर बाजार और पूंजी बाजार में कई अहम बदलाव हुए। आपको बता दें कि SEBI यानी भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड शेयर बाजार और पूंजी बाजार का नियामक है। इसका काम निवेशकों के हितों की रक्षा करना, बाजार में धोखाधड़ी रोकना और पारदर्शिता को बनाए रखना है।