अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 180 देशों पर टैरिफ लगाते हुए ट्रेड वॉर शुरू कर दी है। इससे भारतीय बाजार में कई वस्तुएं महंगी हो सकती हैं। ट्रंप ने भारत पर 26 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जिससे NIKE, ADIDAS जैसे ब्रांड और आईफोन महंगे हो सकते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रेड वॉर शुरू कर दिया है। ट्रंप ने 180 देशों में टैरिफ लगा दिया है। आज चीन की धमकी का करारा जवाब देते हुए 104 फीसदी टैरिफ का बम फोड़ा है। वहीं चीन ने साफ कर दिया है कि वह अमेरिका की इस नीति के खिलाफ अंत तक लड़ेगा। सभी देशों में लगे टैरिफ के बाद शेयर बाजारों में भी हाहाकार देखने को मिला था। भारतीय शेयर बाजार से लेकर एशियाई शेयर मार्केट में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। ऐस में इसका प्रभाव भारतीय बाजारों में भी देखने को मिलेगा। भारतीय बाजार में कई वस्तुएं महंगी हो सकती है।
भारत में 26 प्रतिशत टैरिफ
अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत में भी 26 प्रतिशत का टैरिफ लगाने की घोषणा की है। आज से भारत से अमेरिका जाने वाले सामान पर 26 फीसदी का टैरिफ लगना शुरू हो जाएगा। वहीं ट्रंप ने दावा करते हुए कहा था कि हम भारत देश से 26 फीसदी का टैरिफ वसूल रहे है लेकिन भारत-अमेरिका से 52 प्रतिशत टैरिफ वसूलता है। ट्रेड वॉर से निवेशकों और कारोबारियों की चिंता बढ़ गई है भारत में कई सामान सस्ते और महंगे हो सकते है। आईये विस्तार से जानते है।
NIKE, ADIDAS ब्रांड होगा महंगा
NIKE, ADIDAS जैसे बड़े ब्रांड का भारत में बड़े पैमाने पर प्रयोग होता है लेकिन NIKE, ADIDAS के ब्रांड के जूते और कपड़ो का निर्माण वियतनाम में होता है और ट्रंप ने वियतनाम पर 46 प्रतिशत का टैरिफ लगा दिया है जिससे संभावना है कि NIKE, ADIDAS ब्रांड के कपड़े और जूते महंगे हो सकते है।
चीन पर निर्भर भारत
भारत अधिकतर कई सामानों पर चीन पर निर्भर रहता है लेकिन ट्रेड वॉर की जंग में चीन पर अमेरिका ने 104 प्रतिशत का टैरिफ लगा दिया है जिससे स्मार्टफोन, लैपटॉप, लाईटें चीन से आयात करने पर महंगी हो सकती है। साथ ही भारत दवा बनाने के लिए कच्चा माल माल चीन से आयात करता है।
IPHONE हो सकता है महंगा
भारत में एप्पल के प्रोडक्ट्स की डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है। IPHONE की डिमांड भी लगातार बढ़ रही है लेकिन ट्रेड वॉर के कारण यह महंगा हो सकता है। बता दें कि IPHONE के सामान का निर्माण थाईलैंड, वियतनाम, चीन, मलेशिया देशों में किया जाता है लेकिन टैरिफ लगने के बाद एप्पल के प्रोडक्ट्स महंगे हो सकते है।