सरकार के समर्थन की पुष्टि
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने राज्य की अर्थव्यवस्था को बदलने और लोगों की आजीविका में सुधार करने में सहकारिता की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया। उन्होंने सहकारिता के विकास के लिए सरकार के समर्थन की पुष्टि की और त्रिपुरा में उनकी पहुँच का विस्तार करने के लिए निरंतर प्रयास करने का आश्वासन दिया। उन्होंने सोमवार को अगरतला में “सहकारिता के संवर्धन और विकास” पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय सम्मेलन में भाग लिया।
भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ (एनसीयूआई) ने त्रिपुरा सरकार के सहकारिता विभाग के सहयोग से आज राज्य में सहकारिता के संवर्धन और विकास पर केंद्रित एक दिवसीय राज्य स्तरीय सम्मेलन की मेजबानी की।
भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ
अगरतला के रवींद्र सतबर्षिकी भवन में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री माणिक साहा ने किया। सहकारिता क्षेत्र की प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति में आयोजित इस सम्मेलन की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती वंदना से हुई। भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सेवानिवृत्त) डॉ. सुधीर महाजन ने राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में सहकारिता के महत्व पर जोर देते हुए परिचयात्मक भाषण दिया। एनसीयूआई के अध्यक्ष दिलीप संघानी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की और अतिथियों और उपस्थित लोगों का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाने और पूरे भारत में समावेशी विकास को बढ़ावा देने में सहकारिता की भूमिका पर प्रकाश डाला।
संरेखण के लिए राज्य की प्रतिबद्धता पर जोर
त्रिपुरा सरकार के सहकारिता मंत्री शुक्ला चरण नोतिया ने भी सभा को संबोधित किया और सहकारिता आंदोलन को बढ़ाने और सरकार के विकास लक्ष्यों के साथ इसके संरेखण के लिए राज्य की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण क्षण वाद-विवाद प्रतियोगिता के तीन विजेताओं का सम्मान था, जिन्हें सहकारी क्षेत्र में उनके व्यावहारिक योगदान के लिए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का समापन सीएम साहा के उद्घाटन भाषण के साथ हुआ। यह सम्मेलन त्रिपुरा में सहकारी क्षेत्र को मजबूत करने तथा राज्य के विकास के लिए सहयोगात्मक प्रयासों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से रणनीतियों और पहलों पर चर्चा करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करेगा।