बिना हेलमेट बाइक चला सकते ये लोग, पुलिस भी नहीं रोकती रास्ता, जानें क्या है वजह? - Punjab Kesari
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बिना हेलमेट बाइक चला सकते ये लोग, पुलिस भी नहीं रोकती रास्ता, जानें क्या है वजह?

कौन हैं वे लोग जिन्हें हेलमेट की जरूरत नहीं?

भारत में सिख समुदाय के पगड़ी पहनने वाले लोगों को मोटर वाहन अधिनियम की धारा 129 के तहत हेलमेट पहनने से छूट दी गई है। यह नियम धार्मिक मान्यताओं का सम्मान करते हुए बनाया गया है। पगड़ी सिर को चोट से बचाने का कार्य करती है, इसलिए सिखों को हेलमेट न पहनने पर चालान नहीं किया जाता।

Traffic Challan: किसी भी व्यक्ति को सड़क पर वाहन चलाते समय ट्रैफिक नियमों का पालन करना बेहद जरूरी होता है. ऐसे में नियमों का उल्लंघन करना आपको भारी जुर्माने की चपत लगा सकता है. इसलिए चार पहिया वाहनों में सीट बेल्ट और दोपहिया वाहनों पर हेलमेट पहनना न केवल कानून का पालन है, बल्कि यह हमारी सुरक्षा के लिए भी बेहद जरूरी है. खासकर बाइक या स्कूटर चलाते समय दुर्घटना की स्थिति में हेलमेट पहनना सिर को गंभीर चोटों से बचा सकता है और जीवन की रक्षा कर सकता है.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हेलमेट न पहनकर टू-व्हीलर चलाना एक दंडनीय अपराध है. विभिन्न राज्यों में इसका जुर्माना अलग-अलग हो सकता है, लेकिन अधिकतर राज्यों में यह जुर्माना 1000 रुपए तक होता है. कुछ राज्यों में यह रकम इससे अधिक भी हो सकती है. पहले यह जुर्माना कम था, लेकिन सुरक्षा के लिहाज से इसे बढ़ा दिया गया है. लेकिन क्या आपको पता है कि देश में एक समुदाय ऐसा भी है जिसे हेलमेट के बिना भी बाइक या स्कूटर चलाने की अनुमति है. आइए जानते हैं.

सिख समुदाय को मिली विशेष छूट

भारत में मोटर वाहन अधिनियम की धारा 129 के अनुसार सिख समुदाय के उन लोगों को हेलमेट पहनने से छूट दी गई है, जो पगड़ी पहनते हैं. इस नियम के अनुसार केवल वही सिख जो सिर पर पगड़ी धारण करते हैं, उन्हें हेलमेट न पहनने पर चालान नहीं किया जाता. यह नियम धार्मिक मान्यताओं और परंपराओं का सम्मान करते हुए बनाया गया है.

पगड़ी क्यों है हेलमेट के बराबर?

उत्तर प्रदेश के सीतापुर में स्थित पुलिस प्रशिक्षण केंद्र के डिप्टी एसपी चंद्रकेश सिंह के अनुसार, सिखों की पगड़ी उनके सिर की सुरक्षा करती है. हेलमेट उनके सिर पर ठीक से फिट नहीं हो पाता, इसलिए उन्हें इस नियम से छूट दी गई है. उनकी पगड़ी भी दुर्घटना के समय सिर को चोट से बचाने का कार्य करती है.

इसके अलावा, यदि किसी व्यक्ति की मेडिकल हालत ऐसी है कि वह हेलमेट नहीं पहन सकता, तो मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाकर चालान से राहत मिल सकती है. लेकिन इसके लिए मेडिकल दस्तावेजों का होना आवश्यक है.

बच्चों के लिए हेलमेट नियम

वहीं चार साल से कम उम्र के बच्चों पर हेलमेट पहनने का नियम लागू नहीं होता. हालांकि, चार साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए हेलमेट पहनना जरूरी है. यह नियम बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बनाया गया है.

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सही हेलमेट चुनते समय ध्यान देने योग्य बातें

अगर आप नया हेलमेट खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो इसकी गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें. एक अच्छा और ISI प्रमाणित हेलमेट सिर को गंभीर चोटों से बचा सकता है. हेलमेट ऐसा होना चाहिए जो आपके सिर पर अच्छे से फिट हो और कानों को भी कवर करे. सही तरीके से पहना गया हेलमेट सड़क पर आपकी सुरक्षा को सुनिश्चित करता है.

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