भारत और पाकिस्तान के बीच जंग के हालात हमेशा से बने रहे हैं। यदि ऐसे में जंग होती है तो वह पिछले 5 युद्घ से बिल्कुल अलग होगी। क्योंकि इस बार युद्घ में दो न्यक्लियर देशों के बीच लड़ा जाएगा। जो बहुत खतरनाक साबित हो सकता है।
जबकि रक्षा विशेषज्ञ गोबिंद सिसोदिया के अनुसार दोनों देशों के बीच बड़ा युद्घ न होकर एक छोटी जंग हो सकती है। क्योंकि पाकिस्तान में चीन ने काफी निवेश किया है। ऐसे में चीन नहीं चाहेगा कि पाकिस्तान युद्घ में जाएं। तो आइए जानते हैं कि भारत को क्या नुकसान देखने को मिल सकता है।
रुपए की कमी बढ़ाएगी महंगाई
यदि भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ाई होती है तो भारतीय रुपए में और ज्यादा कमजोरी आ सकती है। डॉलर के मुकाबले रुपए की कीमत गिरकर 100 तक पहुंच सकती है। ऐसे में महंगाई बढऩे का खतरा ज्यादा हो सकता है। क्योंकि ऐसे में तेल का इंपोर्ट महंगा हो जाएगा। यदि तेल महंगा होता है तो माल की ढुलाई महंगल हो जाएगी जिसका सीधा असर महंगाई पर होगी। रुपए के गिरने की वजह से विदेशों में पढ़ाई करने से लेकर खाने-पीने की चीजें भी महंगी हा जाएगी।
विदेशी निवेश होगा प्रभावित
जब भी कभी भी दो देशों के बीच युद्घ होता है तो वहां विदेशी निवेश प्रभावित होता है। क्योंकि विदेशी निवेश शेयर बाजार,बैकिंग,बीमा,पेंशन आदि के माध्यम से देश में आता है। ऐसे में युद्घ की स्थिति में इस पर प्रभाव पडऩा संभव है।
5000 करोड़ का अतिरिक्त खर्च होगा हर हफ्ते
सूत्रों के अनुसार कारगिल युद्घ के दौरान एक हफ्ते की लागत 5000 करोड़ रुपए थी। लेकिन अगर पाकिस्तान के साथ युद्घ होता है तो 5000 करोड़ रुपए प्रतिदिन का खर्चा होगा। बता दें कि युद्घ के दो हफ्तों तक चलने पर भारत पर 2,50,000करोड़ रुपए अधिक बढ़ जाएंगे।
वित्तीय घाटे में नुकसान
यदि भारत और पाक के बीच युद्घ होता है तो इसका असर देश के वित्तीय घाटे पर भी दिखेगा। यह घाटा साल 2015-16 के 5.35 लाख करोड़ से बढ़कर 8 लाख करोड़ तक हो सकता है।
डबल डिजिट ग्रोथ का टूट जाएगा सपना
यदि भारत और पाक के बीच युद्घ के हालात होते हैं तो दोनों देशों की इकोनॉमी एक दशक पीछे हो जाएगी। भारत जो डबल ग्रोथ के बारे में सोच रहा है उसपर भी भारी झटका लग सकता है।