ChatGPT के जरिए नकली आधार और पहचान पत्र बनाने का खतरा बढ़ा, AI की भूमिका पर बढ़ी चिंता - Punjab Kesari
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ChatGPT के जरिए नकली आधार और पहचान पत्र बनाने का खतरा बढ़ा, AI की भूमिका पर बढ़ी चिंता

सोशल मीडिया पर नकली पहचान पत्रों की तस्वीरें वायरल…

आज के बढ़ते डिजिटल युग में टेक्नोलॉजी ने जिस तरह हमारी जिंदगी को पहले से ज्यादा आसान बना दिया है, उसी तेजी से टेक्नोलॉजी के दुरुपयोग का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल्स जैसे ChatGPT, जो सामान्यतः जानकारी देने और कंटेंट जनरेट करने के लिए उपयोग किए जाते हैं, उनका भी इस्तेमाल अब फर्जीवाड़े और साइबर ठगी के लिए होने लगा है। एआई ती सटीक कंटेंट बनाने की क्षमता में काफी विकास हुआ है, जिससे यह आसानी से नकली दस्तावेज बना सकता है। वहीं, इससे साइबर अपराधियों को काम और भी आसान हो गया है। कई सोशल मीडिया यूजर ने हाल ही में पाया है कि प्रभावी और सटीक संकेत देकर, वे आसानी से जाली दस्तावेज बना सकते हैं। इनमें से कुछ उपयोगकर्ताओं ने माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट एक्स पर ऐसे जाली दस्तावेजों की बनाई गई तस्वीरें भी पोस्ट की हैं।

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जानें कैसे हो सकता है इसका दुरुपयोग?

ChatGPT का इमेज जेनरेशन टूल इतनी रियलिस्टिक तस्वीरें बना सकता है कि असली और नकली पहचान पत्रों में फर्क करना मुश्किल हो जाता है। कोई भी व्यक्ति किसी का नाम, पता और फोटो डालकर एक नकली आधार कार्ड या पैन कार्ड बनवा सकता है। इस फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल करके, बैंक अकाउंट खोला जा सकता है, फर्जी लोन लिया जा सकता है, मोबाइल सिम कार्ड एक्टिवेट किया जा सकता है, किसी व्यक्ति की पहचान का दुरुपयोग कर उसे मुसीबत में डाला जा सकता है।

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ChatGPT से नकली आधार कार्ड बनाना हुआ आसान

OpenAI के नए GPT-4o मॉडल की लॉन्चिंग के बाद से ChatGPT की इमेज जनरेशन क्षमता ने 700 मिलियन से ज्यादा तस्वीरें बनाई हैं। ये फीचर Studio Ghibli स्टाइल की तस्वीरों के लिए लोकप्रिय हुआ, लेकिन अब इसका गलत इस्तेमाल भी सामने आ रहा है। सोशल मीडिया पर कुछ लोग नकली आधार कार्ड जैसी फोटो शेयर कर रहे हैं जो ChatGPT से बनी हैं। इन कार्डों में असली जैसी डिजाइन, बारकोड और नंबर शामिल हैं। बस चेहरे के फीचर्स थोड़े अलग दिखते हैं पर पूरी तस्वीर देखने में असली लगती है।

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जीपीटी-4o की नई टेक्नोलॉजी से बढ़ा खतरा

GPT-4o का इमेज जनरेशन सिस्टम पहले के DALL-E मॉडल से अलग है। यह अब चैटबॉट में ही इमेज बना सकता है, जिससे यूज़र्स की भाषा की मांगों को और गहराई से समझकर ज्यादा सटीक और फोटोरियलिस्टिक इमेज बना सकता है। OpenAI ने माना है कि GPT-4o के पास ज्यादा पावर है और इससे ज्यादा खतरे भी पैदा हो सकते हैं। हालांकि कंपनी ने बच्चों की फोटो, एडल्ट कंटेंट और हिंसक सामग्री जैसे विषयों पर सख्त पाबंदी लगाई है। फिर भी नकली ID कार्ड जैसी चीजें बन पाना एक गंभीर समस्या बनकर उभरी है।

Ghibli बनाते समय इन बातों का रखें ध्यान

यदि आप ChatGPT के अलावा अन्य वेबसाइट्स या टूल्स का उपयोग करके Ghibli इमेज बना रहे हैं, तो सतर्क हो जाएं। कई लोगों को यह लगता है कि वे महज एक तस्वीर बना रहे हैं। लेकिन यह मामला सिर्फ Ghibli इमेज तक नहीं रुकता—इस प्रक्रिया में हम अनजाने में अपनी चेहरे की जानकारी भी उन वेबसाइट्स को दे देते हैं।

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चोरी हो सकती है फेस डिटेल्स

अगर आप नकली वेबसाइट पर Ghibli इमेज बनाने के लालच में अपनी चेहरे की जानकारी साइबर ठगों के हवाले कर देते हैं, तो वे आपकी फेशियल रिकग्निशन डिटेल्स चुरा सकते हैं। इसके जरिए वे आपके फोन या अन्य डिवाइस को अनलॉक कर सकते हैं। साथ ही, स्कैमर्स आपकी सोशल मीडिया तस्वीरों को टैग कर सकते हैं या विभिन्न डिजिटल सेवाओं तक पहुंच बना सकते हैं। नतीजतन, यह आपको भारी नुकसान पहुंचा सकता है।

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