नीलगिरी (तमिलनाडु): चक्रवात फेंगल की वजह से तमिलनाडु में भारी बारिश हुई है। इस कारण मंगलवार को चार जिलों में सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे। भारी बारिश के मद्देनजर नीलगिरी जिले के सभी स्कूल आज बंद रहेंगे। जिला मजिस्ट्रेट लक्ष्मी भाव्या ने इसकी घोषणा की। बता दें, भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने चक्रवाती तूफान फेंगल के कारण अधिक बारिश की संभावना जताई है। ऐसे में मंगलवार को विल्लुपुरम, कुड्डालोर और पुडुचेरी जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे। रानीपेट, सेलम और तिरुवन्नामलाई समेत कई जिलों में सिर्फ स्कूल बंद रहेंगे। कल्लाकुरिची, थिरुकोविलूर टाउन अंतर्गत आने वाले स्कूल और कृष्णागिरि, पेचमपल्ली, उथंगाराई अंतर्गत आने वाले स्कूल भी बंद रहेंगे।
सीएम ने किया था प्रभावित इलाकों का दौरा
इससे पहले सोमवार को उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने धर्मपुरी जिले के चक्रवात फेंगल प्रभावित इलाकों का दौरा किया था। उन्होंने जिले में वथलमलाई की तलहटी में भूमि पुल के जीर्णोद्धार कार्य का भी निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सांसदों को संसद में चक्रवात के प्रभाव पर चर्चा करने की अनुमति नहीं देने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की। आरोप है कि संसद में सांसदों को चक्रवात फेंगल के बारे में बोलने की इजाजत नहीं दी गई। अपनी जिम्मेदारी के तहत हम नुकसान का आकलन कर रहे और एक रिपोर्ट भेजेंगे। यही हमारा कर्तव्य और जिम्मेदारी है। जवाब देना उनकी भी जिम्मेदारी है, लेकिन वे ऐसा करने से इनकार कर रहे हैं। इसके बावजूद हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं। सीएम स्टालिन ने कहा कि विपक्ष के नेता एडप्पादी के पलानीस्वामी की भी आलोचना करते हुए कहा कि अन्नाद्रमुक नेता लगातार आरोप लगाते रहते हैं, लेकिन जनता को पता है कि राज्य सरकार की योजनाएं कितनी अच्छी हैं।
अधिकारियों और राहत टीम की सराहना की
सीएम ने बाढ़ और भारी बारिश के बीच काम करने के लिए जिला अधिकारियों और राहत टीमों की सराहना की। उपमुख्यमंत्री, मंत्री, जनप्रतिनिधि, समन्वय अधिकारी, जिला कलेक्टर और बचाव एवं राहत दल समर्पण के साथ काम कर रहे हैं। मैं सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी कर रहा हूं। मैंने अधिकारियों को जमीनी स्तर के काम तुरंत पूरा करने की सलाह दी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि चक्रवात से प्रभावित लोगों को पशुधन, घरों या जीवन की हानि सहित नुकसान के लिए पर्याप्त मुआवजा मिलेगा। राहत प्रयासों का विवरण देते हुए, सीएम ने कहा कि 493 सदस्यों वाली 18 बचाव टीमें विभिन्न जिलों में सक्रिय रूप से अभियान चला रही हैं। विल्लुपुरम जिले में, सात राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और आठ राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) टीमों के 407 कर्मी – कुल 15 टीमें – राहत प्रयासों पर काम कर रहे हैं।