कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कहा कि एक साल पहले हुई नोटबंदी देश की अर्थव्यवस्था पर एक हमला थी जबकि मोदी सरकार ने जिस स्वरूप में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लागू किया है उसने चीन जैसे देशों के साथ भारत की प्रतिस्पर्धा की क्षमता को नुकसान पहुंचाया है।
राहुल गांधी ने आज गुजरात के सूरत में कपडा उद्योग से जुडे करघा संचालकों और इसके कर्मियों से मुलाकात के बाद पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस ने जीएसटी का मतलब है एक देश एक कर पर मोदी जी के पांच कर दर वाली जीएसटी से जबरदस्त नुकसान हुआ है। हमने इसे 18 प्रतिशत की अधिकतम कर सीमा के साथ सहज तरीके से लागू करने के लिए बार बार आग्रह किया था पर इसे नहीं माना गया।
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस ने भाजपा नेताओं को मोदी जी को अरूण जेटली जी को साफ तौर पर इस बारे में आग्रह और आगाह किया था। हमने उनसे औपचारिक, अनौपचारिक तथा सामने और पीछे से हर तरह से कहा था कि जीएसटी कोई कांग्रेस-भाजपा की राजनीति की बात नहीं है। यह हिन्दुस्तान की प्रतिस्पर्धा क्षमता से जुडी चीज है। इसे पांच कर, 28 प्रतिशत के दर और तीन चार फार्म भरने की छोटे व्यापारियों को मार डालने वाली व्यवस्था के साथ लागू नहीं किया जाये। पर इन लोगों ने नहीं सुना और रात 12 बजे इसे लागू कर दिया।’
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि चीन का मुकाबला सूरत जैसे स्थानों के व्यापारी कर सकते थे पर जीएसटी ने उनकी टांग ही तोड डाली है जैसा आज वे खुद कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि जीएसटी में बदलाव होना ही चाहिए। भाजपा सरकार सूरत के व्यापारियों को डरा धमका रही है पर सच्चाई को दबाया नहीं जा सकता।
राहुल ने नोटबंदी को भी अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने वाला एक कदम करार दिया। एक साल पहले लागू हुई नोटबंदी केवल गुजरात या सूरत नहीं बल्कि पूरे देश की अर्थव्यवस्था पर एक हमला थी और इससे जबरदस्त नुकसान पहुंचा है। राहुल आज कपडा पर कशीदाकारी करने वाली महिलाओं से मिलेंगे तथा शाम को यहां संजीवकुमार सभागृह में व्यापारियों से संवाद करेंगे। वह शाम को यहां नोटबंदी और जीएसटी विरूद्ध आयोजित एक कैंडल मार्च में भी भाग लेंगे।