आज ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तिथि पर चंद्रमा अपने अलग रूप में नजर आता है। हिंदू धर्म में पूर्णिमा का अपना एक विशेष महत्व है। आज की रात आसमान में रहस्यमयी स्ट्रॉबेरी मून नजर आएगा। जैसे ही आज सूर्यास्त होगा, रात के पहले पहर में यह फूल मून अपने खास अंदाज में देखने को मिलेगा।
आज ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तिथि पर चंद्रमा अपने अलग रूप में नजर आता है। हिंदू धर्म में पूर्णिमा का अपना एक विशेष महत्व है। ऐसे में आज ज्येष्ठ पूर्णिमा पर आज की रात काफी अधिक खास होने वाली है क्योंकि आज की रात आसमान में रहस्यमयी स्ट्रॉबेरी मून नजर आएगा। जैसे ही आज सूर्यास्त होगा, रात के पहले पहर में यह फूल मून अपने खास अंदाज में देखने को मिलेगा। स्ट्रॉबेरी मून भारत के कई राज्यों में चमकता नजर आएगा। यह चाँद कोई आम चांद नहीं होता, इसमें हल्की गुलाबी या सुनहरी आभा होती है, जो इसे और भी रहस्यमय बनाती है।
क्यों कहा जाता है स्ट्रॉबेरी मून?
जून की आखिरी पूर्णिमा की रात आसमान में स्ट्रॉबेरी मून देखा जाएगा। इस साल यह एक माइक्रो मून भी होगा, जो अर्थ से थोड़ी दूर होने की वजह से थोड़ा छोटा और धुंधला भी नजर आएगा। इस बार का स्ट्रॉबेरी मून केबल नाम या रंग के कारण से नहीं बल्कि इसके माइक्रो मून और मेजर लूनर स्टैंडस्टिल के कारण भी अधिक खास है। बता दें कि स्ट्रॉबेरी मून का रंग स्ट्रॉबेरी जैसा नहीं होता, लेकिन इसका नाम अमेरिका आदिवासी परंपराओं से जुड़ा है, जहां जून में स्ट्रॉबेरी की कटाई की शुरुआत इसी पूर्णिमा के बाद से होती थी। इस साल यानी आज 11 जून को चंद्रमा पृथ्वी से अधिक दूर पर होगा, जिस वजह से यह सामान्य से अधिक छोटा और नीचा दिखेगा।
दिल्ली में कब दिखेगा यह मून?
बता दें कि आज रात आसमान में स्ट्रॉबेरी मून दिखेगा। भारत के कई राज्यों में यह दिखाई देगा। दिल्ली, बेंगलुरु मुंबई, कोलकाता जैसे शहरों में यह मून रात 7 बजे के बाद दिखाई देगा. आज 11 जून 2025 की रात बेहद ख़ास होने वाली है।
अगली बार 2043 में आएगा नजर
इस साल चांद धरती से सबसे दूर होगा, जिसकी वजह से यह सामान्य से छोटा और नीचा दिखाई देगा। यह स्थिति हर 18.6 साल में एक बार होती है और अगली बार ऐसा चांद 2043 में दिखाई देगा, यानी यह मौका आपके लिए एक दुर्लभ अनुभव हो सकता है। इसलिए 11 जून की रात को आसमान की तरफ जरूर नजर उठाएं।
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