अब आधार से नहीं मिल रहे स्टाम्प - Punjab Kesari
Girl in a jacket

अब आधार से नहीं मिल रहे स्टाम्प

NULL

श्योपुर: पिछले कुछ वर्षों में आधार कार्ड के बिना शासन की योजनाओं सहित अन्य काम नहीं होने संबंधी खबरें तो आम हैं, लेकिन आधार कार्ड होने के बाद भी लोगों के काम अटक रहे हों, यह कम ही सुना होगा, लेकिन आजकल स्टाम्प के मामले में यही हो रहा है। आधार कार्ड से वेंडर स्टाम्प नहीं दे रहे हैं। जिससे लोग खासे परेशान हैं, लेकिन इस दिशा में शासन-प्रशासन के नुमाइंदे कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।

अगर आपको स्टाम्प की जरूरत है और आप आधार के सहारे स्टाम्प लेने जा रहे हैं तो यह आपकी गलतफहमी है, क्योंकि वेंडर आधार कार्ड पर स्टाम्प नहीं दे रहे हैं। इसके लिए आपको वोटर आईडी,पेनकार्ड या फिर ड्राइविंग लायसेंस लाना होगा। ये दस्तावेज नहीं होने पर आपके पास ऐसा कोई दस्तावेज होना चाहिए, जिसमें आपकी उम्र और पते की जानकारी दर्ज हो।

वर्तमान समय में किसी भी कार्य के लिए ऑन लाइन स्टाम्प निकाले जा रहे हैं, लेकिन विभाग ने संपदा पोर्टल से आधार कार्ड नंबर का कॉलम पोर्टल से हटा दिया है,जिसके चलते स्टाम्प वेंडर अपने रिकार्ड में दर्ज करने के लिए आधार कार्ड को छोड़कर शेष अन्य ऐसे दस्तावेज मांग रहे हैं,जिसमें आपका पता होना चाहिए। सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस बात की जानकारी 95 प्रतिशत लोगों को नहीं है। ऐसे में वे आधार लेकर ही वेंडर के पास जा रहे हैं,लेकिन ऐसे लोगों को वेंडर वापस लौटा रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक आप आधारकार्ड को छोड़कर अन्य कोई दस्तावेज नहीं लाएंगे,तब तक आपको स्टाम्प नहीं दिया जाएगा।

वैसे तो सरकार ने सभी कार्यों के लिए आधार को अनिवार्य कर दिया है,किन्तु स्टाम्प के लिए अन्य दस्तावेज मांगे जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि शासन ने जब कोई बदलाव किया है,तो फिर उसकी जानकारी आम लोगों के बीच विभिन्न माध्यमों से सार्वजनिक करनी चाहिए,लेकिन अफसरों ने ऐसा नहीं किया,जिसके चलते स्टाम्प लेने के लिए जा रहे लोग खासे परेशान हो रहे हैं और उनकी परेशानी सुनने वाला कोई नहीं है।

वैसे तो हर आमो खास वर्तमान में स्टाम्प के लिए आधार लेकर ही जा रहा है,लेकिन वेंडर उन्हें आधार से स्टाम्प नहीं दे रहे हैं। ऐसे में लोगों को बैरंग लौटना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी उन ग्रामीणों को हो रही है,जब घंटों के सफर के बाद आधार लेकर स्टॉम्प लेने आते हैं। चूंकि उनका घर पास नहीं है,ऐेसे में उन्हें मजबूरी में बिना स्टॉम्प के ही लौटना पड़ रहा है। जिससे न केवल उनका समय बर्बाद हो रहा है,बल्कि आने-जाने में आर्थिक नुकसान भी वहन करना पड़ रहा है।

ऑनलाइन स्टाम्प को आधार से लिंक किया जा रहा है। इसके बाद ही फिर से आधार से स्टाम्प दिया जाएगा। लेकिन इससे पहले स्टाम्प खरीदने वाले को अपना थंब मशीन पर लगाना होगा। इससे उसकी आयु की जांच होगी और स्टाम्प उसके नाम से जारी हो जाएगा। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि आधार से लिंक होने के बाद पूरी जानकारी स्टाम्प पोर्टल अपने आप अपडेट कर लेगा।पंजीयन कार्यालय के अधिकारियों के अनुसार गत 1नवंबर से जमीन और फ्लेट की रजिस्ट्री करने और कराने वालों के लिए सरकार ने आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया है।

आधार लागू होने के बाद फर्जी रजिस्ट्रियों पर अंकुश लगने की संभावना है। इसके लिए केन्द्र सरकार ने नया साफ्टवेयर तैयार करके दिया है। इससे उन लोगों की मुसीबत बढ़ने जा रही है,जो बेनामी संपत्ति की खरीद करते हैं। स्टाम्प वेंडर जगमोहन भार्गव का कहना है कि संपदा पोर्टल से आधारकार्ड नंबर का कॉलमपोर्टल से हटा दिया गया है,जिससे अब आधारसे स्टाम्प नहीं मिल पा रहे हैं। इसलिए जरूरतमंदों से स्टाम्प के लिए वोटर आईडी,पेनकार्ड,ड्राइविंग लायसेंस लिया जा रहा है। यह बात सही है कि इस व्यवस्था से लोग परेशान हो रहे हैं। लेकिन इसमें हम कर भी क्या सकते हैं,क्योंकस्तर का मामला है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।