केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को शहर के कमला नेहरू कॉलेज में ‘विकसित भारत एंबेसडर – युवा कनेक्ट’ कार्यक्रम में भाग लिया और 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को साकार करने में युवाओं की भूमिका पर जोर दिया। छात्रों के साथ एक सत्र में, मंडाविया ने स्वतंत्रता के 100वें वर्ष (2047) तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने पर अपनी सरकार के प्रयासों की भी जानकारी दी और बताया कि देश की प्रगति और विकास में युवा कैसे योगदान दे सकते हैं।
युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करेगा MY Bharat प्लेटफार्म… pic.twitter.com/6AwwqS9fus
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) November 26, 2024
युवाओं को आत्मविश्वासी और दूरदर्शी बनाना होगा- मनसुख मंडाविया
उन्होंने कहा, “इसे हासिल करने के लिए, हमें अपने युवाओं को अधिक महत्वाकांक्षी, आत्मविश्वासी और दूरदर्शी बनाना होगा, उनकी आकांक्षाओं को विकसित भारत के विजन के साथ जोड़ना होगा।” युवा नेता संवाद – राष्ट्रीय युवा महोत्सव 2025 के बारे में बोलते हुए, केंद्रीय मंत्री ने कहा, पारंपरिक आयोजन के बजाय, इसमें व्यापक पैमाने पर भागीदारी होगी। इसमें 3,000 चयनित युवाओं को दिल्ली के भारत मंडपम में सीधे प्रधानमंत्री के साथ अपने विचार शेयर करने का विशेष अवसर मिलेगा। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय युवा आइकन महोत्सव में शामिल होंगे।
युवाओं से प्रतियोगिताओं ने भाग लेने का आग्रह किया
उन्होंने कहा, यह पहल युवाओं को नेताओं और रोल मॉडल से जुड़ने के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करेगी, जिससे उन्हें देश के भविष्य को आकार देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अधिकार मिलेगा। मंडाविया ने एमवाई भारत प्लेटफॉर्म पर विकसित भारत युवा नेता संवाद प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के पहले चरण के शुभारंभ की भी घोषणा की और युवाओं से इसमें भाग लेने का आग्रह किया।
इस बार National Youth Festival – ‘Viksit Bharat Young Leaders Dialogue’ युवाओं के लिए एक बेहतरीन अवसर लेकर आया है। pic.twitter.com/cbpk8Wh1mG
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) November 26, 2024
मनसुख मंडाविया ने वृक्षारोपण अभियान में भाग लिया
मंडाविया ने कहा, कोई भी कार्य छोटा नहीं होता है, युवाओं को हर अवसर को आत्मविश्वास के साथ भुनाने के लिए आगे आना चाहिए।”उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि समर्पण के साथ किए जाने वाले सबसे छोटे प्रयास भी सफलता प्राप्त करने और व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। केंद्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री की ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल के तहत वृक्षारोपण अभियान में भी भाग लिया।