ग्वालियर: पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नोटबंदी के एक वर्ष को कलादिवस के रूप में मनाये जाने पर महाराज बाड़े की विशाल जनआक्रोश सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि केंद्र व राज्य सरकार ने भारतीय राजनीति में 70 वर्ष के इतिहास में 8 नवंबर 2016 को जो नया इतिहास लिखा उसे काले दिन के रूप में याद किया जायेगा। सिंधिया ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि 8 नवंबर को अँधेरी रात थी तूफानी माहौल था तब मोदी ने नोटबंदी की घोषणा की इसके बाद की हकीकत पूरे देश को मालूम है ।
जीएसटी पर उन्होंने कहा कि रात्रि में जब बच्चे को नींद नहीं आती तो माँ कहती है कि बेटा सो जा नहीं तो गब्बर आ जायेगा ? लेकिन आज देश के प्रत्येक नागरिक पर गब्बर सिंह टैक्स (जीएसटी ) मंडरा रहा है । कांग्रेस जीएसटी को सरल टैक्स के रूप में लाई थी किन्तु भाजपा ने उसे भयावह बना दिया उन्होंने कहा कि 15 वर्षो में घरेलू उत्पादन को लेकर सबसे बुरे दिन चल रहे है ,देश भर में किसान आत्म हत्या कर रहे हैं, पेट्रोल नई उचाईयां छू रहा है । सिंधिया ने कहा कि नोटबंदी की घोषणा के पूर्व मोदी ने सभी मंत्रियो के मोबाइल रखवा लिए थे ।
जब उन्हें मंत्रियों पर ही भरोसा नहीं है तो जनता उन पर कैसे भरोसा करे ? मोदी की तर्ज पर भाषण देते हुए सिंधिया ने कहा कि भ्रष्टाचार, आतंकवाद मिटाना चाहता हूँ लेकिन नोटबंदी के बाद सबसे ज्यादा नोट भाजपा नेताओं के पास पकडे गए, नये नोट आतंकवादियों से बरामद हुए ,आतंकवाद आग कि तरह फैल गया , आतंकवादियों ने सेना के बेस कैंप पर हमला कर दिया , वो कहते थे 10 सिर लेकर आएंगे कहा गई उनकी कथनी और करनी ।
उन्होंने मोदी पर प्रहार करते हुए कहा कि नोटबंदी के बाद न तो उद्योग पति और न ही भाजपाई लाइन में लगे थे सिर्फ जनता लाइन में लगी थी इस दौरान 125 गरीब लोगो कि जान चली गई उसके गुनेहगार मोदी है इसके बाद से सरकार कान में रुई और आँखों पर पट्टी बांध कर चल रही है। उन्होंने कहा कि व्यापारी का शटर डाउन हो गया है औद्योगिक क्षेत्र में मातम है 15 लाख लोग बेरोजगार हो चुके है, मोदी ने महिलाओं की बचत को राख में बदलदिया। किसान त्रस्त है और प्रधानमंत्री मस्त है। कांग्रेस ने जीएसटी पर अधिकतम 18 प्रतिशत टैक्स रखा था जिसे भाजपा ने 28 प्रतिशत बढ़ा दिया, बिना तैयारी के इसे लागु किया चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि जनता अब कहने लगी है कमल का फूल हमारी भूल।