महाकुंभ के आयोजन को लेकर शनिवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि उन्होंने कभी कल्पना नहीं की थी कि भारतवर्ष में ऐसा आयोजन होगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का अंगवस्त्र ओढ़ाकर गर्मजोशी से किया स्वागत
आपको बता दे कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अपने परिवार के साथ हेलिकॉप्टर से तीर्थराज प्रयागराज पहुंचे। हेलिपैड पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने उन्हें अंगवस्त्र ओढ़ाकर गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद उपराष्ट्रपति अरैल संगम घाट पहुंचे, जहां उन्होंने क्रूज पर सवार होकर नौकायन का आनंद लिया।
Hon’ble Vice-President, Shri Jagdeep Dhankhar and Dr. Sudesh Dhankhar were welcomed by Shri Yogi Adityanath Ji, Hon’ble Chief Minister of Uttar Pradesh, and other dignitaries on their arrival in Prayagraj, Uttar Pradesh today. @myogiadityanath pic.twitter.com/jJsXQqqWwn
— Vice-President of India (@VPIndia) February 1, 2025
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संगम में लगाई आस्था की डुबकी
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अपने पत्नी और परिवार के लोगों के संग संगम में आस्था की डुबकी लगाई और सूर्य देवता को अर्घ्य दिया।
त्रिवेणी संगम में चिह्नित स्थान पर स्नान के दौरान वृंदावन के मुख्य पुजारी पुंडरीक गोस्वामी ने विधिवत पूजा-अर्चना कराई। उपराष्ट्रपति की इस यात्रा ने संगम की धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता को एक बार फिर से उजागर किया।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पक्षियों को अपने हाथों से डाला दाना
नौकायन के दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ साइबेरियन पक्षियों को देखकर बेहद उत्साहित नजर आए। उन्होंने कलरव करते इन पक्षियों को अपने हाथों से दाना डाला और परिजनों के साथ इस अनोखे क्षण का आनंद लिया। उनकी यह सादगीभरी पहल एक खूबसूरत दृश्य प्रस्तुत कर रही थी।
त्रिवेणी संगम पर पवित्र स्नान के बाद उपराष्ट्रपति ने अपनी पत्नी और परिवार के साथ सरस्वती कूप, अक्षय वट और बड़े हनुमान मंदिर का दौरा किया। यहां उन्होंने विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। बड़े हनुमान मंदिर में उन्होंने महाबली हनुमान को रोली, वस्त्र, जनेऊ, सिंदूर, लाल चंदन, माला, धूप-दीप और नैवेद्य अर्पित किया। पूजा के बाद उन्होंने हनुमान जी की परिक्रमा भी की, जिससे उनकी धार्मिक श्रद्धा और पारंपरिक आस्था झलकती है।
यह ऐतिहासिक है आज तक पृथ्वी पर इतने करोड़ों लोगों का संगम नहीं हुआ – धनखड़
बड़े हनुमान मंदिर में लेटे हुए हनुमान जी के दर्शन के बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, “यह ऐतिहासिक है। आज तक पृथ्वी पर इतने करोड़ों लोगों का संगम नहीं हुआ है। यहां की उत्कृष्ट व्यवस्था को देखकर मैं अभिभूत हूं।”
उन्होंने संगम क्षेत्र में प्रशासनिक व्यवस्था की प्रशंसा करते हुए कहा, “मौनी अमावस्या पर हुए हादसे के बावजूद जिस त्वरित गति से हर स्थिति को संभाला गया, वह सराहनीय है। दुनिया यह जानकर अचंभित हो जाएगी कि अमेरिका की पूरी आबादी के बराबर लोग यहां आ चुके हैं।”
उनके इन शब्दों ने प्रयागराज में हुए कुंभ और संगम की विशालता और कुशल प्रबंधन को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण संदेश दिया।
को कहि सकइ प्रयाग प्रभाऊ। कलुष पुंज कुंजर मृगराऊ॥
अस तीरथपति देखि सुहावा। सुख सागर रघुबर सुखु पावा॥प्रयागराज के प्रसिद्ध कोतवाल चमत्कारी बड़े हनुमान जी के मंदिर के दर्शन का अनुभव अत्यंत अद्भुत और अविस्मरणीय रहा।हनुमान जी की विशाल और दिव्य प्रतिमा के सामने खड़े होकर मन और आत्मा… pic.twitter.com/a0FleSmc47
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उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ की
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने तीर्थराज प्रयागराज की यात्रा को अपने जीवन का सबसे सुखद पल बताते हुए कहा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी साधुवाद के पात्र हैं। उन्होंने जो आयोजन किया है, वह दुनिया के इतिहास में दर्ज हो गया है। डुबकी लगाने पर मुझे एहसास हुआ कि भारत जैसा देश दुनिया में और कोई नहीं है।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यों की प्रशंसा करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा, “योगी जी का योगदान यह परिभाषित करता है कि जब लगन, योग्यता, संस्कृति का ज्ञान और देश सेवा की भावना हो, तो ऐसे करिश्माई कार्य संभव होते हैं।”
उपराष्ट्रपति के इन शब्दों ने न केवल योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की सराहना की, बल्कि भारत की संस्कृति और आध्यात्मिक परंपरा की भी गौरवमयी झलक प्रस्तुत की।
प्रयागराज के पावन कुंभ मेले में सम्मिलित होकर धन्य हूं। दिव्य और डिजिटल महाकुम्भ-2025 में श्रद्धालुओं की भक्ति, प्रशासन की उत्कृष्ट व्यवस्था, स्वच्छता, कुशल प्रबंधन और आधुनिक तकनीक का समावेश देखना सुखद अनुभव है।
पर्वराज महाकुम्भ-2025 में आकर इसकी दिव्यता, भव्यता, और विशालता को… pic.twitter.com/VDV47saITu
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गङ्गायमुनयोः संधौ त्रिवेण्यां यः स्नाति मानवः।
स पापं तत्क्षणात्त्यक्त्वा ब्रह्मलोकं गतो नरः॥प्रयागराज में स्थित पवित्र ‘सरस्वती कूप’ आदि काल से हमारी सनातन संस्कृति और आस्था का महत्वपूर्ण केंद्र रहा है। प्राचीन ग्रंथों में वर्णित तथा युगों से पूजित देवी सरस्वती की पावन… pic.twitter.com/m05b8DCC7i
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उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोशल मीडिया पोस्ट किया साझा
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि पावन त्रिवेणी संगम पर आयोजित इतिहास के सबसे महान मानव समागम महाकुंभ 2025 में स्नान कर आत्मिक आनंद की अनुभूति हो रही है। अनंत श्री विभूषित श्रीमन् माध्व गौडेश्वर वैष्णवाचार्य श्री पुंडरीक गोस्वामी महाराज जी के पावन मंत्रोच्चारों से संपन्न यह संगम स्नान सनातन संस्कृति, सामाजिक समरसता और आस्था की दिव्य अनुभूति से परिपूर्ण रहा।’
उपराष्ट्रपति ने आगे एक ओर पोस्ट कहा कि महाकुंभ केवल एक पर्व नहीं, बल्कि आस्था का महासागर है जो भारत की सनातन संस्कृति और आध्यात्मिक चेतना का जीवंत प्रतीक है। कुंभ हमारी सभ्यता के लोकाचार, आध्यात्मिक और सनातन की सहजता से प्रेरित अद्वितीय आयाम का मानव समागम है।
प्रेम स्वरूपा माँ गंगा, भक्ति स्वरूपा माँ यमुना और ज्ञान स्वरूपा माँ सरस्वती के पावन त्रिवेणी संगम पर आयोजित ‘इतिहास के सबसे महान मानव समागम-महाकुम्भ 2025’ में स्नान कर आत्मिक आनंद की अनुभूति हो रही है।
अनंत श्री विभूषित श्रीमन् माध्व गौडेश्वर वैष्णवाचार्य डा श्री पुंडरीक… pic.twitter.com/TE6RXKb5py
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