राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की वंदना चव्हाण राज्यसभा में उपसभापति के पद के लिए होने वाले चुनाव में विपक्ष की उम्मीदवार हो सकती हैं। लेकिन अंतिम फैसला आज शाम होने वाली विपक्षी दलों की एक और बैठक के बाद ही लिया जाएगा। मंगलवार को हुई दूसरे चरण की बैठक में विपक्ष इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि वंदना चव्हाण को सभी विपक्षी दलों समेत राजग के कुछ सहयोगियों का भी समर्थन मिल सकता है।
विपक्षी दल के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “वैसे तो हम एक बार फिर मुलाकात करेंगे लेकिन यह लगभग तय है कि राकांपा की चव्हाण विपक्ष की उम्मीदवार होंगी।” बैठक में ज्यादातर विपक्षी दलों ने वंदना चव्हाण के नाम पर कोई आपत्ति नहीं जताई। वंदना चव्हाण के नाम का प्रस्ताव बहुजन समाज पार्टी के नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने दिया था, जिसका तृणमूल के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने भी समर्थन किया।
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कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों ने उनके नाम का समर्थन किया। सबसे बड़े विपक्षी दल कांग्रेस को लगता है कि उसके उम्मीदवार का कई दल विरोध कर सकते हैं। इसलिए उसने अपना उम्मीदवार नहीं उतारने और सर्वसम्मति से चुने गए विपक्ष के उम्मीदवार का समर्थन करने का फैसला किया है।
वरिष्ठ विपक्षी नेताओं को ऐसा लगता है कि महाराष्ट्र से आने वाली राकांपा उम्मीदवार का शिवसेना भी समर्थन कर सकती है। विपक्षी दल बीजद के संपर्क में भी हैं, हालांकि उसने अपने पत्ते अभी नहीं खोले हैं। विपक्षी खेमे का मानना है कि राकांपा एक और राजग सहयोगी शिरोमणी अकाली दल को चव्हाण का समर्थन करने के लिए राजी करा सकती है।