रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर नाविका सागर परिक्रमा-2 की जांबाज महिला क्रू से बातचीत की। इस दल ने आईएनएस तारिणी से दुनिया का चक्कर लगाने का साहसिक सफर पूरा किया है। रक्षा मंत्री सिंह ने इन जांबाज महिलाओं की अटूट हिम्मत, संयम और दृढ़ संकल्प की सराहना की। उन्होंने कहा कि कठिन समुद्री परिस्थितियों में हजारों समुद्री मील की यात्रा करते हुए उन्होंने नारी शक्ति की मिसाल पेश की है। उन्होंने इस साहसिक अभियान की सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं और कहा कि पूरा देश इन वीरांगनाओं की उपलब्धियों पर गर्व महसूस कर रहा है।
On the eve of International Women’s Day, I interacted with the amazing crew of Navika Sagar Parikrama II. Their courageous journey aboard INSV Tarini, tackling the immense challenge of circumnavigating the globe, stands as a beacon of Nari Shakti. Their unwavering resilience,… pic.twitter.com/M20YzFer2F
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) March 7, 2025
राजनाथ सिंह ने एक्स पर किया पोस्ट
राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर, मैंने नाविका सागर परिक्रमा – 2 के जांबाज क्रू से बातचीत की। आईएनएस तारिणी पर सवार होकर दुनिया भर की परिक्रमा करने की चुनौती का सामना करते हुए उनकी साहसिक यात्रा नारी शक्ति की एक मिसाल है। हजारों समुद्री मील की यात्रा करते हुए, कठिन समुद्री परिस्थितियों के दौरान उनकी अटूट दृढ़ता, शांत व्यवहार और दृष्टिकोण आज महिलाओं की असाधारण क्षमताओं का उदाहरण है।
राजनाथ सिंह ने जांबाज महिला क्रू की सराहना की
उन्होंने कहा कि एक गौरवशाली देश के तौर पर हम उनकी अद्वितीय उपलब्धियों का जश्न मनाते हैं और इस उल्लेखनीय अभियान को सफलतापूर्वक संपन्न करने के लिए उन्हें दिल से शुभकामनाएं देते हैं। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर कई कार्यक्रम आयोजित होंगे। साथ ही महिलाओं के लिए कई घोषणाएं भी की गई हैं। पूरी दुनिया में 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। यह दिन महिलाओं के लिए समर्पित होता है। इस वर्ष एक्सलरेट एक्शन थीम के साथ अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाएगा। इसकी शुरुआत 1908 में अमेरिका के न्यूयॉर्क से हुई थी, जिसके बाद धीरे-धीरे अन्य देशों ने भी इसे मनाना शुरू किया। संयुक्त राष्ट्र ने 1975 में इसे मान्यता दी, जिसके बाद 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाने लगा।