राजा रघुवंशी हत्याकांड में राज कछवाहा की गिरफ्तारी के बाद उसकी दादी की हार्ट अटैक से मौत हो गई। दादी को पोते की निर्दोषता पर विश्वास था और गिरफ्तारी की खबर ने उन्हें गहरा सदमा पहुंचाया।
Raja Raghuvanshi murder case: राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक और दर्दनाक मोड़ सामने आया है. आरोपी राज कछवाहा की दादी की हार्ट अटैक से मौत हो गई है. यह हादसा तब हुआ जब उन्हें पोते की गिरफ्तारी और उस पर लगे गंभीर आरोपों की जानकारी मिली. उनकी दादी शुरू से ही राज को निर्दोष मानती थीं और कहती रही थीं कि उसे झूठे केस में फंसाया गया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मृतक राजा रघुवंशी इंदौर का रहने वाला था, जबकि हत्या के आरोपी राज कछवाहा की जड़ें उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के रामपुर गांव से जुड़ी हैं. करीब 15 साल पहले राज का परिवार आर्थिक कठिनाइयों के चलते इंदौर जाकर बस गया था. राज के पिता ने इंदौर में फल की दुकान शुरू की थी. धीरे-धीरे परिवार की आर्थिक स्थिति सुधरी और उन्होंने अपने परिवार को भी इंदौर बुला लिया. राज अपनी मां और बहनों के साथ इंदौर में रहने लगा.
बहन और दादी गांव में ही रहती थीं
राज की बड़ी बहन और दादी अभी भी गांव में ही रहती थीं. कोरोना काल में राज के पिता परिवार सहित गांव लौट आए थे. इसी दौरान राज के पिता की मृत्यु हो गई. इसके बाद राज इंदौर वापस चला गया और प्लाईवुड के व्यवसाय से जुड़ गया.
इंदौर में प्लाईवुड का काम करते हुए राज की मुलाकात सोनम रघुवंशी से हुई, जो आगे चलकर उसके साथ प्रेम संबंध में आ गई. पुलिस के अनुसार, सोनम ने पति राजा रघुवंशी की हत्या के लिए राज के साथ मिलकर साजिश रची थी.
दादी की मौत से शोक में डूबा गांव
इस हत्याकांड में पुलिस ने राज को मुख्य आरोपी के रूप में गिरफ्तार किया है. उसकी गिरफ्तारी के बाद से ही गांव में तनाव और शोक का माहौल है. राज की दादी को जब यह सूचना मिली, तो वह गहरे सदमे में चली गईं और अंततः दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई.
राज की दादी की मौत से रामपुर गांव में शोक की लहर दौड़ गई है. परिवार पहले से ही हत्या के मामले से परेशान था, और अब यह नई त्रासदी उन्हें और अधिक दुख में डाल गई है.
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