व्यवसायी राज कुंद्रा ने मंगलवार को अमित भारद्वाज के बिटकॉइन घोटाले से संबंधित मामले में उनकी संपत्ति जब्त करने पर प्रवर्तन निदेशालय पर सवाल उठाए। कुंद्रा ने कहा कि वे भारद्वाज से तब मिले थे जब वे एक सम्मानित व्यवसायी थे और उन्होंने उन्हें एक इजरायली मित्र से मिलवाया था। “उस परिचय ने मुझे इतना परेशान कर दिया कि मेरी संपत्ति जब्त कर ली गई” कुंद्रा ने आगे बताया कि उन्हें छह साल पहले गवाह के तौर पर बुलाया गया था और उन्होंने सभी तथ्य उपलब्ध कराए थे। उन्होंने बिटकॉइन मामले के संबंध में ईडी द्वारा उनकी संपत्ति जब्त करने पर आश्चर्य व्यक्त किया।
ED के एक्शन पर राज कुंद्रा का सवाल
इस साल अप्रैल में ईडी ने राज कुंद्रा और शिल्पा शेट्टी की 97.79 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी और आरोप लगाया था कि उन्होंने बिटकॉइन के रूप में भारी मात्रा में धन एकत्र किया था। साथ ही, उन्होंने बिटकॉइन के रूप में जनता से 10 प्रतिशत रिटर्न का झूठा वादा किया था। ईडी ने खुलासा किया है कि राज कुंद्रा को गेन बिटकॉइन पोंजी घोटाले के मास्टरमाइंड अमित भारद्वाज से 285 बिटकॉइन मिले थे। कुंद्रा के पास अभी भी ये 285 बिटकॉइन हैं, जिनकी कीमत वर्तमान में 150 करोड़ रुपये है।
बिटकॉइन घोटाले में कार्रवाई
इस बात को लेकर राज कुंद्रा ने कहा, “मुझे 6 साल पहले गवाह के तौर पर बुलाया गया था और पूछा गया था कि क्या आपका अमित भारद्वाज से कोई लेन-देन है। मैं 6 बार वहां गया, मैंने गवाह के तौर पर सभी तथ्य दिए…फिर 2024 में बिना किसी सूचना के मेरी सारी संपत्ति जब्त कर ली गई, मुझे यह समझ में नहीं आया। उन्होंने मुझे फिर से बुलाया और वही पूछा जो उन्होंने 6 साल पहले पूछा था, अब हम क्या कर सकते हैं? हम इस मामले को कोर्ट में लड़ेंगे और जीतेंगे।