लखनऊ : समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज प्रदेश में राज्यसभा चुनाव को लेकर पार्टी के विधायकों के साथ बैठक कर रणनीति पर चर्चा की। अखिलेश ने पार्टी विधायकों और नेताओं की बैठक में कहा, ”भाजपा मनमानी पर उतारू है। यदि भाजपा में जरा भी नैतिकता और लोकतांत्रिक मूल्यों की परवाह होती तो वह राज्यसभा के लिए नौवां प्रत्याशी नहीं उतारती। लगता है कि भाजपा को कदाचार से कोई परहेज नहीं है।” भाजपा ने एक अतिरिक्त उम्मीदवार के रूप में बड़े व्यावसायी अनिल कुमार अग्रवाल को मैदान में उतारा है। राज्यसभा चुनाव 23 मार्च को होने है। बैठक के बाद वरिष्ठ सपा विधायक पारसनाथ यादव ने कहा, ”हम जानते है कि कैसे चुनाव लड़ा जाता है। हमारा प्रत्याशी चुनाव जीत रहा है और हम अपने दूसरे बसपा प्रत्याशी की जीत के प्रति भी सुनिश्चित है।”
उनसे जब पूछा गया कि बैठक में कितने पार्टी विधायक गैर हाजिर थे तो उन्होंने जवाब दिया कि केवल दो विधायक गैर हाजिर थे। समाजवादी पार्टी के 47 विधायक है। नरेश अग्रवाल के विधायक पुत्र नितिन अग्रवाल ने हाल ही में अपने पिता के साथ भाजपा में शामिल हो गये हैं। बैठक में एक अन्य विधायक अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव भी मौजूद नहीं थे। शिवपाल यादव के नजदीकी सूत्रों ने बताया कि शिवपाल इस समय इटावा में है और शाम को होने वाले रात्रिभोज में शामिल हो सकते हैं। उधर, भाजपा के कुछ नेताओं का दावा है कि नरेश अग्रवाल के करीबी सपा के कुछ विधायक क्रास वोटिंग कर सकते है, जबकि सपा का खेमा अपनी प्रत्याशी जया बच्चन और बसपा प्रत्याशी भीमराव आंबेडकर की जीत के प्रति आश्वस्त है। राज्यसभा चुनाव में एक सीट के लिये 37 वोटों की जरूरत है।
सूत्रों के मुताबिक आज की बैठक में विधायक आजम खान, उनके पुत्र विधायक अब्दुल्ला आजम और जेल में बंद विधायक हरिओम भी मौजूद नहीं थे लेकिन इन सबको पार्टी अपने खेमे में मान रही है। सपा ने आज शाम शहर के एक होटल में विधायकों के लिये रात्रिभोज का आयोजन किया है। इसमें अखिलेश यादव के अलावा मुलायम सिंह यादव, राम गोपाल यादव और शिवपाल यादव के भी शामिल होने की संभावना है।
24X7 नई खबरों से अवगत रहने के लिए क्लिक करे।