इस साल 31 मार्च को देशभर में हनुमान जंयती मनाई जा रही है। कहा जाता है इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है। इस पर्व को दुनिया भर में हनुमान भक्तों द्वारा धूमधाम से मनाया जाता है। हनुमान जी को भगवान राम का परम भक्त माना जाता है। इसी दिन भगवान शिव के 11वें अवतार परम बलशाली श्री हनुमान ने माता अंजना की कोख से जन्म लिया था। मान्यता है कि हनुमान के स्मरण मात्र से ही सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और भक्तों को किसी बात का भय भी नहीं सताता। इस दिन पूजा करना व व्रत करना बहुत फलदायी माना जाता है।
शुभ मुहूर्त
– 30 मार्च 2018 को शाम 7 बजकर 36 मिनट 38 सेकेंड से पूर्णिमा आरंभ।
– 31 मार्च 2018 को शाम 6 बजकर 8 मिनट 29 सेकेंड पर पूर्णिमा समाप्त।
ये है पूजन विधि
सबसे पहले पूजा के लिए एक चौकी, एक लाल कपड़ा, हनुमान जी की फोटो, एक कप अक्षत, तुलसी के कुछ पत्ते, एक धूप, घी से भरा एक दीपक, ताजे पुष्प, चंदन या रोली, गंगाजल, नैवेद्य जिसमें कोई भी प्रसाद हो सकता है। आप चाहें तो गुड़ भी ले सकते हैं। साथ ही आपको लेने हैं कुछ भुने चने।
अब सारी पूजन सामग्री को पूजन स्थल पर ले आएं। चौकी के ऊपर लाल कपड़ा बिछा दें। इस चौकी पर हनुमान जी की मूर्ति या फोटो रखें। आपको इस बात का ध्यान रखना है कि कोई भी पूजा भगवान गणेश को याद किए बिना ना करें। तो सबसे पहले भगवान गणेश को नमन करें. दीया और धूप जलाकर गणेश की पूजा करें। इसके बाद हनुमान जी से प्रार्थना कर उन्हें अपने यहां आमंत्रित करें।
इसके बाद हनुमान जी की पूजा 5 पंचोपचार से करें। हनुमान जी को दीया, धूप फिर फूल चढ़ाएं। इसके बाद जल अर्पण करें। अंत में नैवेद्य के रूप में गुड़-चना ऑफर करें। पंचोपचार के बाद तुलसी चढ़ाना ना भूलें। हनुमान जी के माथे पर चंदन का तिलक लगाएं। साथ ही चावल भी लगाएं।
हनुमान मंत्र “ॐ हं हनुमते नमः” का 108 बार जाप करें। मंत्र का उच्चारण करते हुए हनुमान जी के सामने मेडीटेशन की मुद्रा में आ जाएं। मंत्रोच्चारण के बाद हनुमान जी से कहें कि ‘ओ हनुमान जी’ मेरी पूजा को स्वीकार करें।
हनुमान पूजा विधि के मुताबिक विसर्जन करें – सीधे हाथ में कुछ फूल और चावल ले लें और कहें – मैं आपका बहुत आभारी हूं कि आप मेरे आंगन में पूजा ग्रहण करने आए। इस प्रसाद को ग्रहण करें और अपनी दिव्य जगह पर निवास करें।
हनुमान जी की ये सामान्य पूजा विधि पूरे मन से करने से मन प्रेम और उमंग से भर जाता है। इस पूजा विधि को आप हर साल हनुमान जयंती पर तो कर ही सकते हैं। इसके अलावा हर मंगलवार को या फिर रोजाना भी कर सकते हैं। हनुमान जी इस पूजा से जरूर प्रसन्न होंगे और आपको मनवांछित फल देंगे।
हनुमान जयंती पर करें ये उपाये
– इस दिन 5 देसी घी के रोट का भोग हनुमान जी को लगाएं। इससे दुश्मनों से मुक्ति मिलती है।
– हनुमान मंदिर में इस दिन एक सरसों के तेल का और एक शुद्ध घी का दीपक जलाएं और हनुमान चालीसा और सुंदरकाण्ड का पाठ करते हुए परिवार के लिए मंगलकामना करें।
– हनुमान जी के मंदिर में सुन्दरकाण्ड का पाठ करने के पश्चात मंदिर में प्रसाद बाटें।
– मंगलवार को हनुमान जी पर गुलाब की माला चढ़ाएं। हनुमान जी को खुश करने का सबसे सरल उपाय है।
– श्री बजरंगबली को प्रसन्न करने के लिए श्री राम नाम का संकीर्तन करें।
– हनुमान जी हर बुरी शक्ति का नाश कर हर काम में आगे बढ़ने में मदद करने वाले हैं। इस दिन मंदिर जाएं तो हनुमान जी को सिंदूर, लड्डू और बूंदी का प्रसाद चढ़ाएं। केसरिया रंग के वस्त्र भी भगवान को अर्पण कर सकते हैं. सच्चे मन और पूरी श्रद्धा से सभी के लिए प्रार्थना करें।
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