ऑल इंडिया मजलिस-ए-इ्त्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन औवेसी ने शनिवार को कहा कि उन्होंने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में जनहित याचिका दायर की है।
औवेसी ने ट्वीट किया, ‘मैंने सीएए के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में जनहित याचिका दायर की है।
एआईएमआईएम भारत के बहुलवादी, धर्मनिरपेक्ष संवैधानिक लोकतंत्र को बनाए रखने के लिए लड़ाई लड़ेगी। यह लड़ाई हर संभव मंच और हमारे पास मौजूद हर संवैधानिक हथियार का उपयोग कर लड़ी जाएगी।’
औवेसी ने बीते सोमवार को लोकसभा में नागरिकता (संशोधन) विधेयक को लेकर केन्द्र सरकार निशाना साधते हुए कहा था कि इसका उद्देश्य मुसलमानों को ‘राष्ट्रविहीन’ बनाना है और इससे एक और विभाजन होगा।
लोकसभा में औवेसी ने राष्ट्रपिता गांधी का जिक्र करते हुए कहा था कि उन्हें महात्मा इसलिये कहा गया क्योंकि उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में भेदभावपूर्ण नागरिकता कार्ड फाड़ा था। इसके बाद हैदराबाद से सांसद औवेसी ने विरोधस्वरूप विधेयक की प्रति फाड़ दी थी।