नयी दिल्ली : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज आईआईटी दिल्ली के पूर्व छात्रों से कहा कि प्रतिष्ठित संस्थान के वित्तीय रूप से कमजोर छात्रों के लिए कुछ समय शिक्षण का कार्य कर और छात्रवृथियों को प्रायोजित कर समाज की सेवा कीजिए। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), दिल्ली के 48वें दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति ने कहा कि दुनिया के सभी बड़े विश्वविद्यालयों के पुराने छात्रों और संस्थान के बीच गहरा जुड़व है। कोविंद ने कहा, वे पुराने छात्रों को न केवल वित्तीय योगदान के लिए आमंत्रित करते हैं, बल्कि ज्ञान और समय साझा करने के लिए भी बुलाते हैं।
आईआईटी दिल्ली के पुराने छात्रों के बारे में उन्होंने कहा कि इसे कई तरीके से किया जा सकता है। राष्ट्रपति ने कहा, पहले जो लोग यहां पढ़ चुके हैं वे सौभाज्ञशाली थे कि वह विश्व स्तरीय शिक्षा भारी सब्सिडी के साथ हासिल कर सके। उन्होंने जा पाया उसे लौटाने की नैतिक जिम्मेदारी बनती है और जरूरतमंदों का सहयोग करने की जरूरत है। उन्होंने सुझाव दिया कि वापस लौटाने की प्रक्रिया से अगर समाज के निचले स्तर पर शिक्षा और छात्रवृथि समृद्ध होती है तो अच्छा होगा। उन्होंने कहा, आईआईटी दिल्ली के अधिकारियों का दायित्व है कि पुराने छात्रों को आमंत्रित करें और उन्हें शामिल करें जिनमें से कई दूसरे विश्वविद्यालयों या उद्योग में अच्छी जगहों पर काम कर रहे हैं। वे वापस आएं और यहां पढ़एं, भले ही कम समय के लिए आएं या विशिष्ट पाठ्यक्रमों में पढ़एं।
उन्होंने कहा, अगर इसे हासिल करने के लिए प्रक्रियाओं को सरल करने की जरूरत है तो इसके लिए प्रयास किए जाने चाहिएं। कोविंद ने जोर दिया कि हम सभी को छोटे योगदान के माध्यम से ही समाज के लिए कुछ करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने प्रतिष्ठित संस्थान से कहा कि किसी जरूरतमंद स्कूल के साथ साझेदारी करे और उसके बच्चों एवं शिक्षकों की मदद करे। राष्ट्रपति संस्थान के विजिटर हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी है कि आईआईटी दिल्ली में स्नातक स्तर के छात्रों की तुलना में परास्नातक स्तर के ज्यादा छात्र हैं। कोविंद ने कहा, यह अच्छा संकेत है। हम शोध आधारित शिक्षा की तरफ बढ़ रहे हैं और राष्ट्र निर्माण के लिए उत्पाद एवं प्रौद्योगिकियां विकसित कर रहे हैं।
मुझे यह बताकर खुशी है कि आईआईटी दिल्ली के शोधकर्ताओं ने ऐसे उत्पादों का आविष्कार और विकास किया है जिससे नागरिकों को फायदा मिला है। राष्ट्रपति ने संस्थान के शिक्षकों की भी प्रशंसा की और कहा कि स्नातक के छात्रों की सफलता आईआईटी दिल्ली के शिक्षकों के कारण है जो हमारे देश के बेहतरीन स्नातक पाठ्यक्रमों में शामिल है। उन्होंने कहा, उन्होंने युवकों को परिप% पेशेवर बनाया है। मेरी उन सभी को शुभकामनाएं।