राजगीर : वैदिक मंत्रोच्चार और ध्वजारोहण के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज राजगीर में ऐतिहासिक और पौराणिक मलमास मेला का उद्घाटन किया। श्री कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हिन्दू धर्म के लिए मलमास मेला का बड़ा महत्व है। यहां मलमास के मौके पर देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आकर पूजा-अर्चना करते हैं। उन्होंने कहा कि इस बार मेले को राजकीय मेले का दर्जा दिया गया है जिससे आने वाले श्रद्धालुओं को और सुविधाएं मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने लोगों की सुविधाओं के लिए मोबाइल ऐप को भी लांच किया जिसके माध्यम से लोग राजगीर के बारे में पूरी जानकारी ले सकेंगे। श्री कुमार इससे पूर्व सप्तधारा और ब्रह्म कुंड में तीर्थ पूजन के आरती में हिस्सा लिया। इस मौके पर स्वामी चिदात्मन जी महाराज के साथ कई साधु-संतो ने भाग लिया। इस अवसर पर ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, सांसद कौशलेन्द्र कुमार, राजगीर के विधायक रवि ज्योति, अस्थावां के विधायक डॉ जितेन्द्र कुमार के अलावा कई अन्य लोग मौजूद थे।
राजगीर पंडा समिति द्वारा मुख्य मंत्री को इस मौके पर प्रतीक चिह्न और शाल भेंट कर स्वागत किया गया। राजगीर में 22 कुंड और 52 धाराएं हैं जिसमे निरंतर गर्म जल का प्रवाह होता है। इसके अलावे सरस्वती नदी और वैतरणी नदी में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। पुराणों के अनुसार, इस कुंड का निर्माण ब्रह्मा जी के द्वारा करवाया गया था और उन्होंने इसी स्थल पर महायज्ञ का आयोजन करवाया था। इस समारोह में स्वामी चिदात्मन जी महाराज के साथ कई साधु संत उपस्थित रहे।
इस मौके पर ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, सांसद कौशलेन्द्र कुमार, राजगीर विधायक रवि ज्योति, अस्थावां विधायक जितेंद्र कुमार के अलावा कई गणमान्य लोग मौजूद थे। इस अवसर पर राजगीर पंडा समिति द्वारा मुख्यमंत्री को प्रतीक चिन्ह और शाल भेंट कर उनका स्वागत किया गया। करीब एक महीने तक चलने वाले इस मेले का समापन 13 जून को होगा। मेले में आने वाले लोगों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए जिला प्रशासन ने मुकम्मल व्यवस्था की है।
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