PM Modi: केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र द्वारा इस दिशा में ठोस प्रयासों के कारण देश में लिंग अनुपात में उल्लेखनीय सुधार देखा गया है।
Highlights
- केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने की PM मोदी की तारीफ
- PM मोदी के मन की बात
- PM के मन की बात से प्रभावित हुई लेखी
‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ से लिंगानुपात में हुआ सुधार- लेखी
लेखी ने कहा, कि पीएम मोदी ने देश में लिंगानुपात को दूर करने और कम करने के लिए ‘बेटी बचाओ, पढ़ाओ’ अभियान की कल्पना की। हमारी बेटियों के लिए लोहड़ी मनाने का एक मुख्य कारण यह है कि 22 जनवरी, 2015 को पीएम मोदी ने यहां (पानीपत) से ‘बेटी बचाओ, पढ़ाओ’ की घोषणा की थी। यह अभियान समय की मांग थी क्योंकि लिंगानुपात बेहद कम था। उस समय देश में 1000 लड़कों के मुकाबले 916 लड़कियां थीं। इसे बदलने की जरूरत थी और एक सामान्य जागरूकता अभियान समय की मांग थी। यह अनुपात अब 1000 लड़कों के मुकाबले 933 लड़कियों का है। 2022 से 23 में, 1000 लड़कों के मुकाबले 1020 बेटियां पैदा हुई हैं। जिसने हमें विकसित देशों के बराबर खड़ा कर दिया है,” उन्होंने कहा।
PM मोदी के मन की बात
पिछले साल अप्रैल में अपने मासिक रेडियो प्रसारण ‘मन की बात’ के 100वें Episode में PM मोदी ने कहा था, कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ और ‘सेल्फी विद’ जैसे कई अभियानों के परिणामस्वरूप हरियाणा में लिंग अनुपात में सुधार हुआ है।
PM के मन की बात से प्रभावित हुई लेखी
“मैंने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान की शुरुआत हरियाणा से ही की थी। ‘सेल्फी विद डॉटर’ अभियान ने मुझे बहुत प्रभावित किया और मैंने अपने Episode में इसका जिक्र किया। जल्द ही, ‘सेल्फी विद डॉटर’ अभियान एक वैश्विक अभियान में बदल गया।” इस अभियान का मकसद लोगों को जीवन में बेटी के महत्व को समझाना है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की शुरुआत पीएम मोदी ने जनवरी 2015 में हरियाणा के पानीपत में की थी। यह घटते बाल लिंग अनुपात और जीवन-चक्र निरंतरता में महिला सशक्तिकरण के संबंधित मुद्दों को संबोधित करना चाहता है।
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