प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जन औषधि केंद्र योजना ने लोगों को सस्ती और उच्च गुणवत्ता वाली दवाइयां उपलब्ध कराकर बड़ी राहत दी है। नीमच में खुले इस केंद्र से लोग 70 प्रतिशत तक की बचत कर रहे हैं। विशेष रूप से निम्न और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए यह पहल वरदान साबित हो रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में आम लोगों को सस्ती और अच्छी गुणवत्ता वाली दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए जन औषधि केंद्र खोले जा रहे हैं। इस पहल का मकसद हर वर्ग के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देना और उनकी आर्थिक बचत करना है। मध्यप्रदेश के नीमच शहर में भी ऐसा ही एक जन औषधि केंद्र शुरू किया गया है, जो लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है। यहां बाजार से 70 प्रतिशत तक कम कीमत पर उच्च गुणवत्ता वाली दवाइयां मिल रही हैं, जिससे सैकड़ों लोगों को रोजाना बड़ी राहत मिल रही है।
नीमच के विकास नगर में रहने वाले नवीन जैन ने इस पहल की जमकर तारीफ की। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में बताया कि जन औषधि केंद्र से दवाइयां बाजार से काफी सस्ती मिलती हैं। इससे निम्न और मध्यम वर्ग के लोगों को बहुत फायदा हो रहा है।
नवीन ने कहा, “यहां 10 से 70 प्रतिशत तक की बचत होती है। यह हमारे देश के लिए एक शानदार कदम है। हम उम्मीद करते हैं कि भविष्य में हर कुछ दूरी पर ऐसे केंद्र खुलें, जहां सस्ते दाम पर दवाइयां मिल सकें। प्रधानमंत्री मोदी जी को बहुत-बहुत धन्यवाद।”
वहीं, नीमच के गायत्री मंदिर रोड पर स्थित जन औषधि केंद्र के संचालक और फार्मासिस्ट गोविंद जायसवाल ने बताया कि यह योजना आम लोगों के हित में शुरू की गई है।
उन्होंने कहा, “यहां हर वर्ग के लिए सस्ती और अच्छी गुणवत्ता की दवाइयां उपलब्ध हैं। लोगों को 10 से 70 प्रतिशत तक छूट मिलती है। खासकर बुजुर्गों के लिए यह बहुत फायदेमंद है। पहले कई बुजुर्गों का हर महीने ढाई से तीन हजार रुपये दवाइयों पर खर्च हो जाता था, जो अब सिर्फ एक हजार रुपये में पूरा हो रहा है।”
गोविंद ने आगे कहा कि इस केंद्र के जरिए वे लोगों की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं। यह केंद्र रोजाना सैकड़ों लोगों की जरूरतें पूरी कर रहा है।
स्थानीय लोग इसे लेकर खुश हैं और इसे अपनी जेब के लिए बड़ी बचत का जरिया मानते हैं। खास बात यह है कि दवाइयों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जा रहा। इस पहल से न सिर्फ स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ हुई हैं, बल्कि लोगों का भरोसा भी सरकार पर बढ़ा है। नीमच के इस जन औषधि केंद्र ने साबित कर दिया कि छोटे शहरों में भी बड़ी योजनाएं असर दिखा सकती हैं। लोग इसे मोदी सरकार की दूरदर्शिता का नतीजा मान रहे हैं और इसका स्वागत कर रहे हैं।