मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में बृहस्पतिवार को ‘वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड’ (WCL) की एक भूमिगत कोयला खदान ढहने से तीन कर्मचारियों की मौत हो गई। पुलिस ने इस घटना की पुष्टि की है।
यह हादसा जिला मुख्यालय से करीब 65 किलोमीटर दूर छतरपुर इलाके में ‘कोल इंडिया लिमिटेड’ की सहायक कंपनी WCL की खदान में हुआ। पुलिस अधीक्षक निश्चल झारिया ने जानकारी दी कि खदान के ढहने के बाद मलबे से निकाले गए तीनों कर्मचारियों की मौके पर ही मौत हो गई।
खदान के अंदर चार किलोमीटर गहराई पर हादसा
बैतूल के जिलाधिकारी नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने बताया कि यह दुर्घटना खदान के भीतर लगभग चार किलोमीटर नीचे हुई। मृतकों में सहायक प्रबंधक गोविंद कोसरिया (37), माइनिंग सरदार रामप्रसाद चौहान (46) और ओवरमैन रामदेव पंडोले (49) शामिल हैं।
उन्होंने कहा, “तीनों कर्मचारियों की मौत खदान के अंदर ही हो गई थी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।”
पीड़ित परिवारों को सहायता देने के निर्देश
जिलाधिकारी ने बताया कि WCL अधिकारियों को मृतकों के परिवारों को तुरंत जीवन बीमा योजना के तहत सहायता देने का निर्देश दिया गया है। मृतकों में दो कर्मचारी स्थानीय निवासी थे, जबकि एक छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले से था। उनके परिवार से संपर्क किया जा रहा है।
हादसे के कारणों की जांच जारी
स्थानीय लोगों के अनुसार यह हादसा दोपहर करीब तीन बजे हुआ। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।