दुनियाभर में कोरोना वायरस (कोविड-19) को लेकर खौफ फैल चुका है। हर देश के तरफ से इस वायरस से निजात पाने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है। कोरोना को फैलने से रोकने के लिए दुनिया के लगभग देशों में लॉकडाउन लागू है। लॉकडाउन के बीच दुसरे देशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने का सिलसिला भी तेज हो चुका है। वंदे भारत मिशन के तहत विदेश में फंसे भारतीयों को लाने का क्रम गुरुवार से शुरू हुआ है। इस मिशन के तहत पहले पांच दिन में छह हजार से अधिक भारतीय नागरिक स्वदेश लौट चुके हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि इस मिशन के तहत 11 मई तक 31 उड़नों में 6,037 भारतीयों को देश वापस लाया गया है। मिशन की शुरुआत 07 मई को की गयी थी। विदेश मंत्रालय और राज्य सरकारों के साथ संयोजन में नागरिक उड्डयन मंत्रालय इस मिशन को अंजाम दे रहा है। मिशन के पहले चरण में 12 देशों से 14,800 भारतीयों को वापस लाने की योजना है।
इसके लिए 64 उड़ानों का संचालन किया जाना है। इसमें 41 उड़ाने एयर इंडिया की और 23 एयर इंडिया एक्सप्रेस की होंगी। बता दें कि विदेश से आए सभी भारतीयों की एयरपोर्ट पर कोरोना जांच की जाती है। यह जांच थर्मल स्कैनर के माध्यम से की जाती है । इसके बाद उन्हें स्वास्थ्य सहायता डेस्क के पास भी भेजा जाता है। यहां उन्हें इस बात की सूचना दी जाती है कि कैसे वे खुद से कुछ समय के लिए क्वारंटाइन के नियमों का पालन करेंगे।
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प्रोटोकॉल के अनुसार लक्षण वाले लोगों को तुरंत एक अलग क्षेत्र में ले जाया जाता है और प्रारंभिक औपचारिकताओं के बाद उन्हें नजदीकी राजकीय अस्पताल में भेजा जाता है। गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को अपने घर पर ही क्वारंटाइन होने की अनुमति है। सभी यात्रियों के सामान को उन्हें सौंपने से पहले अच्छी तरह से सैनिटाइज किया जाता है। वहीं विदेश से आए भारतियों सभी को राज्य के कोरोना केयर सेंटर्स में 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रहना होगा।
बता दें कि केंद्र सरकार सात मई से 13 मई तक खाड़ी देशों, सिंगापुर, अमेरिका और ब्रिटेन में फंसे नागरिकों के लिए 64 विमानों का संचालन करेगी। कोच्चि के एक सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों और नर्सों ने चार पायलट समेत एयरलाइन के 12 कर्मचारियों को पीपीई, संक्रमण नियंत्रण नियमों का पालन करने का प्रशिक्षण दिया है। विमानों के परिचालन से पहले और गंतव्य स्थल पर पहुंचने के बाद उसे संक्रमण मुक्त करने के लिए एआईइ ने केंदीय भंडारण निगम से करार किया है।