भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ-सबका विकास संकल्प को साकार होता देख तथा भेदभाव रहित नीति की सफलता से घबराया विपक्ष मुद्दाविहीन होकर अपने को सुरक्षित करने में जुटा है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने सोमवार को यहा कहा कि आरटीआई में खुलासा हुआ है कि 2012 से 2014 तक समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार में 14,81,118 लैपटॉप कागजों में खरीदे। इसमें से सिर्फ 6,11,794 लैपटॉप बांटे गए। सरकारी रिकार्ड में इसकी कोई जानकारी नहीं है कि शेष 8,69,324 लैपटॉप कहां गए। इस हिसाब से सपा शासन का लैपटॉप वितरण घोटाला करीब 1173 करोड़ रुपए का निकलता है। उन्होंने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लैपटॉप योजना प्रदेश के छात्रों के लिए शुरू की थी या सरकारी धन का गोलमाल करने के लिए।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा रायबरेली तथा गोरखपुर में एम्स के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने की योजना पर अपनी पीठ थपथपाने वाले सपा अध्यक्ष को यह भी बताना चाहिए कि श्री योगी के नेतृत्व में सरकार बनते ही रायबरेली एम्स की ओपीडी चालू कैसे हो गयी। गोरखपुर एम्स में आगामी तीन माह में ओपीडी चालू किए जाने की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी। भाजपा के 73 प्लस मिशन पर श्री यादव की टिप्पणी पर उन्होने कहा कि विपक्ष को अपनी राजनीतिक समझ थोड़ बढ़नी चाहिए। विपक्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के मत प्रतिशत और उपचुनाव के मत प्रतिशत की तुलना कर ले तो पता चल जायेगा कि आम चुनाव में जब मतदाता वोट देने निकलेगा तो विपक्ष कितना भी महागठबंधन बना ले, कहीं नहीं ठहरेगा। सरकार रहते लगभग सभी उपचुनाव जीतने वाली सपा व बसपा का लोकसभा और विधानसभा के आम चुनाव में सूपड़ साफ हो गया था।
उन्होंने कहा कि बिना भ्रष्टाचार, बिचैलिया या कमीशनखोरी के केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ गरीबों, वंचितों, दलितों, पिछड़े, किसानों सहित समाज के सभी समुदाय के लोगों तक बिना भेदभाव तेजी पहुंच रहा है। भ्रष्टाचार और भेदभाव मुक्त व्यवस्था का ही परिणाम है कि 2.5 करोड़ से अधिक परिवार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तथा प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार की योजनाओं का लाभ प्राप्त कर चुके है। बड़ संख्या में सभी समुदायों के मतदाता सपा, बसपा व कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा के साथ जुड़ चुके हैं। इस बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा का मत प्रतिशत दस प्रतिशत और बढ़गा, जिससे भाजपा 51 से प्रतिशत से अधिक वोट प्राप्त कर 350 प्लस सीटें जीतेगी।