कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की कमान में विपक्षी सांसदों ने राफेल लड़ाकू विमान डील में कथित घोटाला मुद्दे को लेकर बीजेपी सरकार के खिलाफ मानसून सत्र के आखिरी दिन प्रदर्शन किया। संप्रग अध्यक्ष की अगुवाई में संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने सांसदों ने इस मुद्दे को लेकर प्रदर्शन किया। राज बब्बर, गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, अम्बिका सोनी, भाकपा के डी. राजा, आप सांसद सुशील गुप्ता एवं अन्य सहित विपक्षी सांसदों ने संसद के बाहर प्रदर्शन किया और इस मुद्दे की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग करते हुए सरकार विरोधी नारेबाजी की।
जेपीसी द्वारा राफेल डील मामले में जांच और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से जवाब की मांग करते हुए कांग्रेस सदस्यों ने कल लोकसभा में हंगामा किया था जिसके कारण संसद की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी थी। सरकार द्वारा बहुप्रतीक्षित तीन तलाक विधेयक को आज राज्यसभा में पेश करने की तैयारी के बारे में पूछे जाने पर गांधी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इस मुद्दे पर हमारी पार्टी की स्थिति बिल्कुल साफ है। मैं इस पर आगे कुछ नहीं कहूंगी।’’
राज्यसभा में पीएम मोदी व उनकी सरकार पर कांग्रेस नेता आनंद शर्मा आरोप लगाए जिसके जवाब में विजय गोयल ने कहा कि संसद कानून बनाने के लिए है न कि बेबुनियाद और झूठे आरोप लगाने के लिए। आपने प्रधानमंत्री पर झूठे आरोप लगाएं, यह ठीक नहीं। आप लोगों ने सदन में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को बोलने नहीं दिया, किसानों के मुद्दे पर चर्चा नहीं होने दी गई। सदन में किसी को प्रधानमंत्री पर झूठे आरोप लगाने का अधिकार नहीं है। जानकारी के मुताबिक, मोदी सरकार ट्रिपल तलाक बिल को राज्यसभा में पेश करेगी और इसे पास कराने की पूरा प्रयास करेगी। सूत्रों के अनुसार, सरकार तीन तलाक बिल को संसद के दोनों सदनों में पारित कराने के लिए सत्र का एक दिन बढ़ा दिया है।